नई दिल्ली: पहले जमीन पर हिंदुस्तानी जवानों से भिड़ा चीन, फिर हवाई जहाज उड़ाकर ड्रैगन ने हिंदुस्तान को आंख दिखाने की कोशिश की और अब जल मार्ग के जरिये चीन ने हिंदुस्तान को उकसाने वाली चाल चली है. पहली नजर में किसी को ये लग सकता है कि इन तीन रास्तों के जरिये चीन हिंदुस्तान को डराने की कोशिश कर रहा है लेकिन हकीकत कुछ और ही है. चीन हिंदुस्तान को डरा नहीं रहा बल्कि चीन इस वक्त खुद डरा हुआ है और खौफ में ही वो ऐसी ऐसी हरकतें करता जा रहा है.
चीन हिंदुस्तान से कैसे डरा हुआ है उसका एक सबूत चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के लेख में मिलता है. बौखलाहट भरे शब्दों के साथ चीन सरकार समर्थित अखबार ग्लोबल टाइम्स लिखता है कि भारत कभी भी चीन का विकल्प नहीं बन सकता. खबर ये है कि कोरोना पर चीन के गंदे खेल से वहां निवेश करने वाली दुनिया भर की कंपनियां परेशान हैं और करीब एक हजार कंपनियां वहां से बोरिया बिस्तर समेट कर भारत में निवेश करने की प्लानिंग कर रही है.
iPhone बनाने वाली कंपनी एप्पल 20% प्रोडक्शन क्षमता भारत में शिफ्ट करना चाहती है तो वहीं फुटवियर सप्लाई करने वाली जर्मन कंपनी वॉन वेल्क्स चीन से आगरा शिफ्ट कर रही है. ये फुटवियर कंपनी दुनिया के 80 से ज्यादा देशों में जूते चप्पल की सप्लाई करती है। बताया जा रहा है कि शुरुआती दौर में ये कंपनी आगरा में सौ करोड़ का निवेश करने वाली है. इसी तरह से मोबाइल बनाने वाली कंपनी लावा ने चीन से कारोबार समेटने और भारत में निवेश करने का फैसला लिया है. अगले 5 साल में ये कंपनी 800 करोड़ का निवेश भारत में करेगी। एबीपी न्यूज ने जो जानकारी जुटाई है उसके मुताबिक अमेरिका की कई और बड़ी कंपनियां चीन से बोरिया बिस्तर समेटकर भारत में निवेश करने वाली है. अमेरिकी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में यूपी की योगी सरकार पर इस बात को लेकर निशाना साधा है कि योगी सरकार ने निवेश के लिए इकोनॉमिक टास्क फोर्स का गठन किया है.
कोरोना की वजह से चीन दुनिया भर के देशों के निशाने पर है और इस आपदा में हिंदुस्तान को अवसर मिल रहा है. यही वजह है कि चीन बौखलाया हुआ है. दिल्ली से बारह सौ किलोमीटर दूर लद्दाख में बेहद शांत दिखने वाली पैंगोंग शो झील में बोट की संख्या बढ़ाकर चीन ने आज हिंदुस्तान को आंख दिखाने की जुर्रत की है। कल खबर आई थी कि लद्दाख की गैलवान घाटी में चीन ने 80 तंबू गाड़ दिये हैं. चीन की बौखलाहट की एक और वजह है भारत का रोड निर्माण कार्य। भारत अपनी सीमा में सड़क निर्माण का काम कर रहा है। चीन इसे चुनौती के रूप में ले रहा है और इन्हीं चक्करों में भारत को डराने की कोशिश कर रहा है. ऐसी हरकतें चीन पहले भी करता रहा है लेकिन भारत ने अपने कदम कहीं भी और कभी भी पीछे नहीं किये हैं.