ED Action Against Former SP MLA: गंगोत्री इंटरप्राइजेज की संपत्ति को ईडी की लखनऊ यूनिट ने 30.86 करोड़ रुपये की 12 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है. इसमें वाणिज्यिक स्थान, आवासीय मकानों और कृषि भूमि हैं. ये संपत्तियां उत्तर प्रदेश के कई शहरों जैसे लखनऊ, नोएडा और गोरखपुर में फैले हुए हैं.
ये संपत्तियां गंगोत्री एंटरप्राइजेज लिमिटेड के प्रमोटर, निदेशकों और गारंटरों से संबंधित हैं. इस कंपनी के मालिक पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी हैं जबकि निदेशक मंडली में रीता तिवारी और अजीत कुमार पांडे हैं.
750 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले से संबंधित हैं मामला
ईडी सूत्रों ने बताया है कि 750 करोड़ रुपये के बैंक लोन घोटाले में संबंधित मामले में ये कार्रवाई हुई हैं. ईडी ने उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पहले भी छापेमारी की गई है. ईडी को शक है कि बैंक लोन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग हुई है. ईडी ने गंगोत्री एंटरप्राइजेज कंपनी से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस कंपनी के प्रमोटर यूपी के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी, रीता तिवारी और अजीत पांडे हैं. विनय शंकर तिवारी यूपी के दिवंगत बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं.
सपा और बसपा दोनों से जुड़े रहे हैं विनय तिवारी
विनय शंकर तिवारी गोरखपुर की चिल्लुपार सीट से बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे, लेकिन बाद में वे सपा में शामिल हो गए.आरोप हैं कि गंगोत्री एंटरप्राइजेज ने साल 2012-2016 के बीच कई बैंकों के कंसोर्टियम से करीब 750 करोड़ रुपये का लोन घोटाला किया. बैंकों के कंसोर्टियम का नेतृत्व बैंक ऑफ इंडिया कर रहा है.
उत्तर प्रदेश के अलावा गुजरात के अहमदबाद और हरियाणा के गुरुग्राम में भी ठिकानों पर छापेमारी की गई। गंगोत्री एंटरप्राइजेज सड़क निर्माण, टोल प्लाजा संचालन और अन्य सरकारी ठेके लेने का काम करती है. ईडी ने इस मामले में बीते साल नवंबर में करीब 72 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी.