ED arrested Narco Terrorism: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नार्कों टेररिज्म  के आरोपी लड्डीराम को मनी लांड्रिंग के आरोप में (9 सितंबर 2024) को गिरफ्तार किया है. उस पर हिज्बुल मुजाहिदीन को फाइनेंस करने का भी आरोप है. ईडी ने आरोपी को जम्मू की कोर्ट में पेश किया जहां उसे चार दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया. ईडी के मुताबिक जम्मू कश्मीर को ये नार्कों टेररिज्म माड्यूल ड्रग्स के जरिए अर्जित काले धन को आतंकी साजिश में इस्तेमाल कर रहा था.


हिजबुल आतंकियों को भेजा जाता था पैसा


ईडी के अनुसार यह पैसा हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों को भारत में आतंक फैलाने के लिए पहुंचाया जा रहा था. ईडी ने अपनी जांच जम्मू कश्मीर पुलिस की साल 2019 में दर्ज एक एफआईआर पर शुरू की थी. जम्मू कश्मीर पुलिस ने 2019 में नार्को टेररिज्म के इस मामले में अरशद अहमद, फैयाज अहमद डर, लड्डीराम और कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से जम्मू कश्मीर पुलिस ने ड्रग्स और कैश बरामद किया था.


ड्रग तस्करी और आतंकवाद की मिलीभगत का खुलासा


ईडी की जांच में ड्रग तस्करी और आतंकवाद की मिलीभगत के नेटवर्क का खुलासा हुआ. जांच में यह बात सामने आई थी की बॉर्डर पर से ड्रग्स अरशद अहमद तक पहुंचती थी, जिसके बाद वह ड्रग्स लड्डी राम के जरिये  फैयाज अहमद तक पहुंचता था. ड्रग्स को पंजाब और जम्मू कश्मीर में बेचा जाता था. इसके बाद ड्रग से मिलने वाले पैसे को हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकियों को पहुंचाया जाता था. मनी लांड्रिंग के इस मामले में ईडी लड्डीराम से पहले मास्टरमाइंड अरशद अहमद और फैयाज अहमद को भी गिरफ्तार कर चुकी है.


ईडी के मुताबिक बैंक के ट्रांजेक्शन और प्रोफाइलिंग से ड्रग्स की बिक्री से आए भारी नगद जमा होने का पात चला है, जिसे संदिग्ध तरीके से भेजा गया है, ताकि पैसे के असली सोर्स को छिपाया जा सके. 


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