ED Arrested Manish Sisodia: दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब गुरुवार (9 मार्च) को उन्हें ईडी (ED) ने आबकारी नीति मामले में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है. इस घटनाक्रम के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी (BJP) के बीच वार-पलटवार का सिलसिला भी शुरू हो गया. जानिए इस मामले से जुड़ी बड़ी बातें. 


1. ईडी की टीम गुरुवार को मनीष सिसोदिया से दूसरी बार पूछताछ करने के लिए तिहाड़ जेल पहुंची. इससे पहले मंगलवार को भी दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से जेल में ईडी ने सवाल-जवाब किए थे. धन शोधन निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत तिहाड़ जेल में करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया. एजेंसी ने उनकी औपचारिक गिरफ्तारी की है. सिसोदिया जेल में ही रहेंगे. 


2. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि सिसोदिया गोलमल जवाब दे रहे थे और जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. दिल्ली में वर्ष 2021-22 के लिए बनाई गई और अब रद्द की जा चुकी आबकारी नीति को तैयार करने और इसे लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में सीबीआई की ओर से 26 फरवरी को गिरफ्तार किये जाने के बाद सिसोदिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.


3. सिसोदिया की जमानत याचिका पर सीबीआई अदालत के समक्ष 10 मार्च को सुनवाई होनी है, जिसके एक दिन पहले ईडी ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया है. ईडी को एक विशेष पीएमएलए अदालत से पेशी वारंट प्राप्त करने की उम्मीद है. जिसके बाद एजेंसी पूछताछ के लिए सिसोदिया की हिरासत का अनुरोध करते हुए उन्हें शुक्रवार को अदालत के सामने पेश करेगी.


4. अगर ईडी को सिसोदिया की हिरासत मिल जाती है, तो शुक्रवार को सीबीआई मामले में जमानत मिलने की स्थिति में भी उन्हें पूछताछ के लिए मध्य दिल्ली में एजेंसी के मुख्यालय ले जाया जाएगा और उनके बयान दर्ज करने के साथ ही अन्य आरोपियों से सामना कराया जाएगा.


5. सिसोदिया से उनके पास मौजूद सेलफोन को कथित रूप से बदलने एवं नष्ट करने और दिल्ली के आबकारी मंत्री के रूप में लिए गए नीतिगत फैसलों व उनके कार्यान्वयन के समय के बारे में पूछताछ किए जाने की संभावना है.


6. आरोप है कि 2021-22 में शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने से संबंधित दिल्ली सरकार की आबकारी नीति ने शराब व्यापारियों को साठगांठ का अवसर प्रदान किया और कुछ कारोबारियों को फायदा पहुंचाया, जिन्होंने इसके लिए कथित रूप से रिश्वत दी थी. हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है.


7. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को झूठे आरोपों में जेल में रखा गया है. केजरीवाल ने ट्वीट किया, "मनीष को पहले सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने गिरफ्तार किया. सीबीआई को कोई सबूत नहीं मिला, छापे में कोई पैसा नहीं मिला. कल जमानत पर सुनवाई है, कल मनीष छूट जाते तो आज ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. इनका एक ही मकसद है- मनीष को हर हालत में अंदर रखना, रोज नए फर्जी मामले बनाकर, जनता देख रही है, जनता जवाब देगी."


8. मनीष सिसोदिया ने हिरासत के दौरान ‘शिक्षा की राजनीति’ बनाम ‘जेल की राजनीति’ पर एक खुला पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा की राजनीति से भारतीय जनता पार्टी को समस्या है क्योंकि यह राष्ट्रों का निर्माण करती है, नेताओं का नहीं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस पत्र को ट्विटर पर शेयर किया है.


9. सिसोदिया ने अपने खत में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को जेल भेजकर दबाने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने हाल ही में मोदी जी के नाम में एक शब्द इधर उधर ले दिया तो दो राज्यों की पुलिस ने उनको एक खूंखार अपराधी की तरह फिल्मी अंदाज में जाकर दबोचा.


10. बीजेपी की ओर से भी आप पर पलटवार किया गया. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आप के नेताओं ने मनीष सिसोदिया को ईडी की ओर से गिरफ्तार करने की बात कही थी. इसको आम भाषा में चोर की दाड़ी में तिनका कहते हैं. यह लोग कहीं न कहीं जानते थे कि मनीष सिसोदिया का नाम मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल है. यह बड़ा घोटाला है और जांच में समय लगने वाला है.


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