ED Arrested Bangladeshi: बैंक धोखाधड़ी के मामले में ED ने 6 बांग्लाादेशियों को पश्चिम बंगाल से किया गिरफ्तार, ये है पूरा मामला
Bangladesh Fraud News: प्रवर्तन निदेशालय को जांच के दौरान पता चला है कि प्रशांता कुमार हलदर और उसके साथियों ने बांग्लादेशी टका बैंक से 10 हजार करोड़ टका की धोखाधड़ी भी की थी.
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Bangladesh Bank Fraud: बांग्लादेशी बैंक से 10 हजार करोड़ टका की धोखाधड़ी करने वाले प्रशांता कुमार हलदर को उसके पांच अन्य साथियों के साथ प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) से गिरफ्तार किया है. यह आरोपी भारत में फर्जी दस्तावेज बनाकर विभिन्न फर्जी कंपनियों को चला रहे थे. आरोप है कि इन कंपनियों के जरिए धोखाधड़ी की जा रही थी.
प्रवर्तन निदेशालय के एक आला अधिकारी ने बताया कि निदेशालय ने पश्चिम बंगाल में 11 जगहों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान बांग्लादेशी नागरिक प्रशांता कुमार हलदर , नितीश कुमार हलदर और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके नाम स्वपन मित्रा उत्तम मिश्रा, इमाम होशियार, अमाना सुल्तान, प्रनेश कुमार हलदर बताए गए हैं. जांच के दौरान पता चला है कि इन लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे अनेक भारतीय पहचान पत्र बनवा लिए थे, जिनमें पश्चिम बंगाल का राशन कार्ड इंडियन वोटर कार्ड आईडी पैन कार्ड और आधार कार्ड शामिल है.
रेड कॉर्नर नोटिस हुआ था जारी
प्रवर्तन निदेशालय को जांच के दौरान पता चला है कि प्रशांता कुमार हलदर और उसके साथियों ने बांग्लादेशी टका बैंक से 10 हजार करोड़ टका की धोखाधड़ी भी की थी और उस पैसे को बांग्लादेश से बाहर भेज दिया था. बांग्लादेश सरकार के अनुरोध पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था, इसके बाद से आरोपी अपने साथियों के साथ बांग्लादेश से गायब हो गया था.
पश्चिम बंगाल से बनवाए फर्जी दस्तावेज
ईडी को अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि आरोपियों ने जो फर्जी दस्तावेज पश्चिम बंगाल में बनवाए थे, उनके सहारे उन्होंने अनेक फर्जी कंपनियां खोली हुई थीं. आरोप है कि इन कंपनियों के जरिए वे लोगों से धोखाधड़ी कर रहे थे. साथ ही यह लोग पश्चिम बंगाल में इन फर्जी दस्तावेजों के सहारे जायदाद भी खरीद रहे थे, जिससे यह साबित कर सकें कि यह लोग पश्चिम बंगाल के पुराने रहने वाले लोग हैं. आरोपियों के पास से अलग-अलग देशों के पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं. गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने सभी आरोपियों को विशेष अदालत के सामने पेश किया, जहां से पांच आरोपियों को पूछताछ के लिए ईडी की रिमांड पर जबकि एक को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है, मामले की जांच जारी है.
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