Amanatullah Khan Arrest: आम आदमी पार्टी के नेता और विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार (2 सितंबर 2024) को आप विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खुद को गिरफ्तार किए जाने की आशंका जताई थी. 4 घंटे तक की छापेमारी और पूछताछ के बाद ईडी के अफसरों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी दिल्ली वक्फ बोर्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है. 


अमानतुल्लाह को जिस वक्त ईडी की टीम गिरफ्तार करके ले गई, उस वक्त उनके घर के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ जुटी हुई थी. आम आदमी पार्टी ने कहा है कि ये कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध के तौर पर हुई है.


क्या है दिल्ली वक्फ बोर्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामला?


आप विधायक अमानतुल्लाह खान पर आरोप है कि उन्होंने 32 लोगों की अवैध तरीके से दिल्ली वक्फ बोर्ड में भर्ती करवाई थी. उन्होंने फंड का गलत इस्तेमाल किया. इस संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही है. सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर की है और दिल्ली पुलिस में भी तीन शिकायतें दर्ज करवाई गई हैं. मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच ईडी कर रही है.


दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने इस तरह की अवैध भर्ती के खिलाफ बयान जारी किया था. जांच के दौरान अमानतुल्लाह के करीबियों के ठिकानों से कैश बरामद हुआ था. इस संबंध में कई बार अमानतुल्लाह से पूछताछ भी हुई है. इसके साथ उन पर आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को किराए पर दिया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने इस गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है. 


लाल डायरी का क्या है सच?


अमानतुल्लाह खान पर लगे आरोपों और दिल्ली वक्फ बोर्ड में मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को इस मामले से जुड़े एक शख्स कौशर इमाम सिद्दिकी उर्फ लड्डन के घर से एक लाल डायरी मिली थी. ये शख्स अमानतुल्लाह खान का करीबी बताया जाता है. एंटी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक, लाल रंग की इस डायरी में अमानतुल्लाह से जुड़े करोड़ों रुपये के लेन-देन की एंट्री भी लिखी गई थी.


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