(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sandalwood Smuggling Case: चंदन तस्कर मजीद मलिक गिरफ्तार, 24 दिसंबर तक ED की हिरासत में भेजा गया
Sandalwood Smuggling: ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच ED ने राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा करीब 3 करोड़ 12 लाख रुपए के लाल चंदन खेप की बरामदगी में दर्ज मुकदमे के आधार पर शुरू की थी.
Sandalwood Smuggling Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लाल चंदन तस्करी (Red Sandalwood Smuggling) सिडिंकेट के मुखिया बादशाह मजीद मलिक (Badshah Majeed Malik) को चंदन तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है. ईडी की विशेष अदालत ने उसे 24 दिसंबर तक पूछताछ के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है. ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच ईडी ने राजस्व खुफिया निदेशालय (Directorate of Revenue Intelligence) द्वारा लगभग 3 करोड़ 12 लाख रुपए के लाल चंदन खेप की बरामदगी में दर्ज मुकदमे के आधार पर शुरू की थी. जांच के दौरान डीआरआई (DRI) को यह भी पता चला कि इस बरामद खेप को जो सात मीट्रिक टन से ज्यादा की थी उसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भेजा जा रहा था.
चंदन तस्कर मजीद मलिक गिरफ्तार
लाल चंदन (Red Sandalwood) की पहचान ना हो सके इसके लिए उस पर मिश्रित रंग लगाए गए थे. डीआरआई (DRI) की जांच में यह भी पता चला कि बादशाह मजीद मलिक (Badshah Majeed Malik) इस सिंडिकेट का मुखिया था. उसका सिंडिकेट इसके पहले भी 17 बार ऐसी खेपों की तस्करी कर चुका था जिनका मूल्य 48 करोड़ रूपये से ज्यादा बताया जाता है. ईडी के आला अधिकारी के मुताबिक लाल चंदन को जंगली जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन के परिशिष्ट दो में सूचीबद्ध किया गया है और भारत से उसका निर्यात विदेश व्यापार नीति के अनुसार प्रतिबंधित है.
24 दिसंबर तक ED की हिरासत में भेजा गया
प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा इस मामले की जांच के दौरान बादशाह मजीद मलिक के ठिकानों मुंबई और अन्य नगरों में आठ अलग-अलग जगहों पर 20 दिसंबर को छापेमारी की गई. अधिकारियों का दावा है कि छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए. तलाशी के बाद बादशाह मजीद मलिक को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में तलब किया गया. बयान दर्ज कराने के दौरान बादशाह मजीद मलिक असहयोगी और टालमटोल वाला रवैया अपनाता रहा और उसने पूछे जाने पर भी कोई प्रासंगिक जानकारी नहीं दी. उसके द्वारा जांच में सहयोग ना किए जाने पर प्रवर्तन निदेशालय ने उसे मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसे ईडी की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया जहां से उसे पूछताछ के लिए 24 दिसंबर तक ईडी हिरासत में भेजा गया है. मामले की जांच जारी है.