बिहार टॉपर घोटाले में ED की बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपी बच्चा राय की 4.5 करोड़ की संपत्ति जब्त
बिहार टॉपर घोटाला मामले में ED ने घोटाले के मास्टरमांइड बच्चा राय की 4.5 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली है. साल 2016 में हुए इस घोटाले ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया था और बिहार की पूरी शिक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया था.
पटना: बिहार टॉपर घोटाले में ED ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले में ED ने घोटाले के मास्टरमांइड बच्चा राय की 4.5 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली है. साल 2016 में हुए इस घोटाले ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया था और बिहार की पूरी शिक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया था.
बच्चा राय पर पैसे लेकर बिहार बोर्ड की परीक्षा में टॉपर बनाने का काला धंधा चला का आरोप है. आपको बता दें कि घोटाले से पर्दा उठने पर कई दिनों की लुकाछिपी के बाद 2016 के 11 जून को बच्चा राय ने सरेंडर कर दिया था. इसी साल हुए टॉपर घोटाले के केंद्र में रूबी राय नाम की छात्रा थी जिसे ठीक से अपने विषयों के नाम तक नहीं आते थे.
वहीं इसके बाद इंडमीडिएट से जुड़ा एक और घोटाला सामने आए थे जिसके केंद्र में गणेश कुमार नाम का छात्र था. जिस साल राज्य के 65% प्रतिशत बच्चे इस परीक्षा में फेल हुए थे उस साल के टॉपर गणेश को गणेश कुमार ने 12वीं में संगीत और गृह विज्ञान जैसे विषयों का चयन किया था. गणेश को सबसे ज्यादा 83 नंबर संगीत में ही मिले हैं, लेकिन जब गणेश से हरमोनियम पर सारेगामा सुनाने को कहा गया तब जिस तरह के सुर उन्होंने छेड़े उनसे संगीत का दूर दूर का भी कोई रिश्ता नजर नहीं आया.
ED की कार्रवाई भले ही बच्चा राय जैसे एक मुख्य आरोपी की कमर तोड़ने वाली है लेकिन इन दो घोटालों के बाद भी राज्य की शिक्षा व्यवस्था में कोई खास बदलाव नहीं आया है.