ईडी ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले के आरोपियों की संपत्तियां कीं जब्त
इस मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को भी आरोपी बनाया गया. जो उस वक्त एसोसिएशन में पदाधिकारी थे. ईडी ने अब बड़ी कार्रवाई की है.
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जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एहसान अहमद मिर्जा तथा अन्य लोगों की सवा 7 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जब्त की है. यह संपत्ति मकान के रूप में है. इस मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला भी आरोपी हैं और प्रवर्तन निदेशालय उनकी भी संपत्ति जब्त कर चुका है. प्रवर्तन निदेशालय के एक आला अधिकारी के मुताबिक यह मामला जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन में हुए 51 करोड़ रुपये से ज्यादा के कथित घोटाले से जुड़ा हुआ है. इस मामले में जम्मू कश्मीर पुलिस के राम मुंशी बाग श्रीनगर थाने में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था. बाद में उच्च न्यायालय के आदेश पर यह मामला जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दिया गया था.
इस मामले में आरोप था कि जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन की 51 करोड़ 90 लाख रुपये की धनराशि को एसोसिएशन के कुछ सदस्य और उनके सहयोगियों ने अवैध तरीके से निकालकर अपने व्यक्तिगत कामों के लिए प्रयोग किया. इस मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को भी आरोपी बनाया गया था. जो कि एसोसिएशन में पदाधिकारी थे. साथ ही उनसे ईडी ने इस मामले में पूछताछ भी की थी. एहसान अहमद मिर्जा को भी पूर्व मुख्यमंत्री का खासम खास बताया जाता है.
प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि एहसान अहमद मिर्जा ने क्रिकेट एसोसिएशन का पैसा अपने व्यक्तिगत और निजी कार्य के लिए प्रयोग किया. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में मिर्जा के अलावा मीर मंजूर की करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की थी. इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने अपनी जांच के बाद सीबीआई की विशेष अदालत में 43 करोड़ रुपये से ज्यादा कि घोटाले का आरोप लगाते हुए आरोप पत्र कोर्ट के सामने पेश किया था.
प्रवर्तन निदेशालय का मानना है कि इस मामले में कुल 51 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम की हेराफेरी की गई है और अब उसे वापस लाने के लिए इस मामले के आरोपियों की चल अचल संपत्ति जब्त की जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में जांच के बाद एहसान अहमद मिर्जा को गिरफ्तार भी किया था. साथ ही इस मामले में एक आरोपपत्र श्रीनगर स्थित विशेष अदालत के सामने पेश भी किया था. फिलहाल मामले की जांच जारी है.
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