यूनिटेक कंपनी के कर्ता-धर्ता संजय चंद्रा और अजय चंद्रा की दो बेनामी संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आरंभिक तौर पर जब्त किया है. यह संपत्तियां किसी और कंपनी के नाम पर ली गई थीं. इनकी कीमत 18 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जाती है. ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि संजय चंद्रा और अजय चंद्रा के खिलाफ चल रही जांच के दौरान पाया गया कि इनोवा फैसिलिटी मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और एफ एन एम मैनेजमेंट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड का चंद्रा बंधुओं से लेना देना है.


जांच आगे बढ़ी तो ईडी का दावा है कि यह दोनों कंपनियां चंद्रा बंधुओं की बेनामी संपत्ति के तौर पर पाई गई. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में गुड़गांव का एक मल्टीप्लेक्स, 6 व्यवसायिक संपत्तियां, गुड़गांव और लखनऊ में और विभिन्न बैंकों में मौजूद 24 बैंक खातों तथा एफडीआर को जप्त किया है.


प्रवर्तन निदेशालय ने चंद्रा बंधुओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच दिल्ली पुलिस और सीबीआई द्वारा दर्ज की गई विभिन्न एफआईआर के आधार पर दर्ज की थी. इस मामले में आरोप थे कि चंद्रा बंधुओं की कंपनी यूनिटेक ने लोगों को धोखा देकर धन एकत्र किया था. ईडी ने अपनी जांच के दौरान पाया कि इस मामले में 7638 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया था.


ईडी का मानना है कि घोटाले के धन को चंद्रा बंधुओं ने अपने विश्वस्त लोगों के जरिए इधर-उधर लगाया था और अपने विश्वस्त लोगों के जरिए ही वह अपने धंधे को आगे बढ़ा रहा था. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में अब तक कुल 3 लोगों को गिरफ्तार किया है मामले की जांच जारी है.


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