Human Trafficking Case: गुजरात में मानव तस्करी सिंडिकेट पर ईडी का बड़ा एक्शन, 29 जगहों पर रेड, अमेरिका के 'डर्टी हैरी' से जुड़े हैं तार
Human Trafficking Case: अमेरिका में शिकागो पुलिस ने 21 फरवरी को हरकेश कुमार रमन लाल पटेल को गिरफ्तार किया था, जिसे मानव तस्करी की दुनिया मे डर्टी हैरी के नाम से जाना जाता है.
Human Trafficking Case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार (4 मार्च) को गुजरात में मानव तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने गुजरात की 29 जगहों पर एक साथ रेड डाली. ये रेड मेक्सिको और कनाडा के रास्ते भारतीयों को अमेरिका भेजने वाले गिरोह के खिलाफ हुई है.
गुजरात पुलिस ने कुछ हफ्ते पहले एक शख्स को गिरफ्तार किया था. उसकी गिरफ्तारी मानव तस्करी के दौरान बीते साल 19 जनवरी को मारे गए 4 लोगों की मौत की जांच के दौरान की गई थी.
अमेरिका में गिरफ्तार डर्टी हैरी से जुड़े तार
अमेरिका में शिकागो पुलिस ने 21 फरवरी को हरकेश कुमार रमन लाल पटेल को गिरफ्तार किया था, जिसे मानव तस्करी की दुनिया मे डर्टी हैरी के नाम से जाना जाता है. ये गिरफ्तारी भी एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत के मामले में की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक ED ने गुजरात पुलिस से मानव तस्करी के 3 केस टेकओवर किए हैं, जोकि भरत भाई इल्यास बॉबी पटेल, राजू भाई प्रजापति और भावेश अशोक भाई पटेल व अन्य के खिलाफ दर्ज हैं.
गुजरात से लेकर अमेरिका तक मानव तस्करी का नेटवर्क
जांच एजेंसियों को आशंका है कि डर्टी हैरी उर्फ हरकेश कुमार रमन लाल पटेल अमेरिका में मौजूद बॉबी पटेल के संपर्क में था और ये सब मिल कर मानव तस्करी का सिंडिकेट ऑपरेट कर रहे थे.
यह सिंडिकेट गुजरात के अलावा केरल और पंजाब के लोगों को मानव तस्करी के जरिए फ्रांस, स्पेन, एस्तोनिया, कनाडा और निकारागुआ भेजा करते थे. जांच में सामने आया कि इस मानव तस्करी के सिंडिकेट को ऑपरेट करने के लिए हवाला कारोबारियों और फोरेक्स एक्सचेंज कंपनियों का सहारा लिया गया.
करोड़ों का है ये खेल
आरोपियों के ठिकानों पर रेड के दौरान जांच एजेंसियों ने बड़ी संख्या में पासपोर्ट, ID कार्ड, फोटोग्राफ, प्रॉपर्टी पेपर, डिजिटल डिवाइस, कुछ संदिग्ध बैंक एकाउंट से जुड़े कागजात और 2 लग्जरी कार बरामद की है.
जांच में पता चला है कि 1 पैसेंजर से 60 से 75 लाख और दंपति से 1 से सवा करोड़ डिमांड की जाती थी और अगर दंपति के साथ बच्चे भी है तो ये रकम 2 करोड़ तक पहुंच जाती थी.
ये भी पढ़ें: