ED Chargsheet Against Anil Desmukh: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही ED ने अपनी चार्जशीट में बताया है की अनिल देशमुख पुलिस अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग पर अपना प्रभाव बना कर रखते थे. चार्जशीट में कहा गया है कि गृहमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अनिल देशमुख महाराष्ट्र पुलिस अधिकारियों का कहां ट्रांसफर होना है इसके नाम वाली लिस्ट भेजा करते थे.


यह लिस्ट अनऑफिशियली होती थी जिसका कोई भी रिकॉर्ड इस समय उपलब्ध नहीं है. ऐसी कोई सरकारी गाइडलाइन भी नहीं है जिसके आधार पर यह अनऑफिशियली लिस्ट बनाई जाये. अनिल देशमुख खुद या फिर अपने PA संजीव पलांडे के जरिये अनऑफिशियली लिस्ट एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को भेजा करते थे.  एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी ही पुलिस स्टेबलिशमेंट बोर्ड के हेड थे.


खुद देशमुख भेजते थे ट्रांसफर पोस्टिंग की लिस्ट


पुलिस अधिकारियों वाली लिस्ट अनिल देशमुख के कार्यालय में बहुत पहले ही एक पोलिटिकल पार्टी के कैबिनेट मंत्री के साथ सलाह मशवरा करने के बाद बनाई जाती थी और बहुत से मौकों पर इस लिस्ट को खुद देशमुख ही एसीएस (होम) को भेजा करते थे. जांच में यह भी पता चला है की पुलिस स्टेबलिशमेंट बोर्ड की प्रक्रिया सिर्फ एक फॉर्मालिटी होती थी. उस बोर्ड में मेंबर बिना किसी तरह का विरोध किये लिस्ट पर पोस्टिंग को लेकर हस्ताक्षर कर देते थे और उसे गृहमंत्रालय और मुख्यमंत्री को भेज दिया करते थे.


इसी सवाल पर अनिल देशमुख ने अपने बयान में बताया की उनको इस तरह की कोई भी लिस्ट किसी और ने नहीं दी है. देशमुख ने आगे बताया की उनको कैबिनेट मिनिस्टर अनिल परब ने ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर अधिकारियों के नाम वाली एक अनऑफिशियली लिस्ट दी थी जिसपर किसी के हस्ताक्षर नहीं थे.


देशमुख ने शिवसेना नेता अनिल परब पर लिस्ट देने का लगाया आरोप 


देशमुख ने बताया की हो सकता है अनिल परब को उनकी पार्टी शिवसेना से जुड़े MLA या MLC से पुलिस अधिकारियों की लिस्ट मिली हो जिसको उन्होंने मुझे दिया था. ED ने जब देशमुख से पूछा की क्या किसी अधिकारी का तबादला उसके हिसाब से मांग की गई जगह पर हुआ था जैसा कि अनऑफिशियली लिस्ट में लिखा हुआ था.


इसपर देशमुख ने बताया कि उनको जो अनोफ़िशियल लिस्ट अनिल परब ने सौंपी थी उन्होंने उस लिस्ट को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को खुद सौंपा था जिसमें मैंने उनसे कहा था की नियमों के हिसाब से अगर किसी का नाम बैठता है तभी आगे की प्रक्रिया करना नहीं तो मत करना.


ED चार्जशीट में अनिल देशमुख ने किया खुलासा, कहा- केवल इसलिए मुझे गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा


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