ED: ब्यूरो ऑफ़ एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने हैदराबाद में आयोजित फॉर्मूला ई कार रेस से जुड़े वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अपनी जांच तेज कर दी है. ED ने इस मामले में महत्वपूर्ण व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है, जिनमें बीआरएस कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव (KTR), वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार और पूर्व HMDA प्रमुख इंजीनियर बी.एल.एन. रेड्डी शामिल हैं.


इसको लेकर ED ने के.टी. रामाराव, अरविंद कुमार और बी.एल.एन को समन जारी कर दिया है. केटी रामाराव ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि इसमें भ्रष्टाचार कहां है? 


ED जारी किया है समन 


ED ने के.टी. रामाराव (KTR) को 7 जनवरी को पूछताछ के लिए समन जारी किया है. इस मामले में अरविंद कुमार को 2 जनवरी को ED के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. वहीं, पूर्व HMDA इंजीनियर बी.एल.एन. रेड्डी को 3 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. 


ED की जांच फॉर्मूला ई कार रेस के आयोजन से संबंधित वित्तीय अनियमितताओं पर केंद्रित है. आरोप है कि ₹55 करोड़ की अनधिकृत राशि विदेशी कंपनियों को ट्रांसफर की गई थी. यह ट्रांसफर फॉर्मूला ई कार रेस से जुड़ी विदेशी कंपनियों को की गई थी, जिसे हैदराबाद में आयोजित किया गया था.


 के.टी. रामाराव ने किया तेलंगाना उच्च न्यायालय का रुख


के.टी. रामाराव ने इस मामले में अपनी अग्रिम जमानत के लिए तेलंगाना उच्च न्यायालय का रुख किया है. एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा उनके खिलाफ दर्ज की गई FIR को रद्द करने की याचिका डाली है. अदालत ने उनके गिरफ्तारी से संबंधित अंतरिम सुरक्षा आदेश को तब तक बढ़ा दिया है, जब तक इस पर अंतिम फैसला नहीं आ जाता.


ED द्वारा की जा रही यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत संभावित उल्लंघनों की जांच भी कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं. गौरतलब है की इस मामले में तेलंगाना ACB ने सबसे पहले मामला दर्ज किया और उस के बाद ED ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी .