Ragini Yadav Interrogation: मीसा भारती के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की एक और बेटी रागिनी यादव केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के रडार पर हैं. ईडी (ED) ने बुधवार (12 अप्रैल) को रागिनी यादव (Ragini Yadav) से जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ की है. ईडी ने सोमवार को इस मामले में रागिनी यादव के भाई और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पूछताछ कर बयान दर्ज किया था. 


रागिनी यादव से देर शाम तक पूछताछ की गई. धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया गया. इससे पहले लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती से ईडी ने 25 मार्च को इस मामले में पूछताछ की थी. उसी दिन तेजस्वी यादव ने सीबीआई के सामने गवाही दी थी. दोनों केंद्रीय एजेंसियों ने हाल ही में मामले में कार्रवाई शुरू की थी. सीबीआई ने लालू प्रसाद और उनकी पत्नी व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ की थी. ईडी ने राजद प्रमुख के परिवार के ठिकानों पर छापे मारे थे.


ईडी को छापेमारी में क्या मिला?


ईडी ने छापेमारी के बाद कहा था कि उसने एक करोड़ रुपये की आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक नकदी बरामद की और अपराध में इस्तेमाल 600 करोड़ रुपये के लेन-देन का पता लगाया है. उसने कहा कि लालू प्रसाद के परिवार और उनके सहयोगियों की तरफ से रियल एस्टेट समेत विभिन्न क्षेत्रों में किए गए और निवेश का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.


क्या है ये मामला


कथित घोटाला उस समय हुआ था, जब लालू प्रसाद 2004-09 की अवधि के दौरान केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे. सीबीआई का आरोप है कि भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में समूह ‘डी’ पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में संबंधित व्यक्तियों ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों को और इस मामले में लाभार्थी कंपनी ‘एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड’ को अपनी जमीन ट्रांसफर की थी.


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