लालू यादव परिवार पर रेड के दौरान ED को मिला 150 करोड़ का बंगला, जानें इसके बारे में सबकुछ
ED On Land For Job Scam: नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने आधिकारिक बयान में पढ़ें क्या कुछ कहा...
Land For Job Scam: नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लालू यादव के परिवार के सदस्यों समेत अन्य कई नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी पर आधिकारिक बयान देते हुए दावा किया है कि दिल्ली का एक बंगला जिसे कागज पर 4 लाख रुपये में खरीदा गया है उसकी कीमत आज 150 करोड़ रुपये से अधिक है.
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित बंगले में शुक्रवार को छापेमारी के वक्त मौजूद थे. ईडी ने लालू की एक बेटी रागिनी यादव के घर से करोड़ों रुपये के ज्वैलरी और नकदी जब्त करने का भी दावा किया है.
150 करोड़ का बंगला...
ईडी ने शुक्रवार को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित चार मंजिला बंगले की तलाशी ली थी. जांच से पता चला है कि संपत्ति "तेजस्वी प्रसाद यादव और परिवार के स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनी मैसर्स ए बी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर रजिस्टर्ड थी. एजेंसी के अनुसार, यही संपत्ति मेसर्स एके इन्फोसिस्टम्स का रजिस्टर्ड पता भी है जिसमें पहले तेजस्वी की मां और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ-साथ उनकी बहनें रागिनी और चंदा निदेशक थीं.
ईडी ने कहा, संपत्ति को मात्र 4 लाख रुपये में खरीदा गया है जिसकी वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 150 करोड़ रुपये है. ईडी ने कहा कि, संदेह है कि इस संपत्ति को खरीदने के लिए बड़ी मात्रा में नकदी का इस्तेमाल किया गया है.
सीबीआई के सामने नहीं पेश हुए तेजस्वी
नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए समन भेजा था. तेजस्वी यादव ने पत्नी के स्वास्थ्य की स्थिति का हवाला देते हुए जांच में शामिल होने में असमर्थता जताई और वक्त मांगा.
नीतीश कुमार बोले...
वहीं इस पूरे मामले में चुप्पी तोड़ते हुए बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार ने कहा, ईडी और सीबीआई लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई क्यों कर रहे हैं? पांच साल बाद? उनके बीजेपी छोड़ने के बाद? वहीं, जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कार्रवाई को अघोषित आपातकाल बताया.
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