नई दिल्ली: मीडिया पोर्टल न्यूज़क्लिक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की जांच में कहा गया है कि कंपनी ने कथित तौर पर समाचार मीडिया आउटलेट्स के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मानदंडों के उल्लंघन किया है और कृत्रिम रूप से बढ़ी हुई कीमतों पर एफडीआई में 9.59 करोड़ रुपये तक की धनराशि की लॉन्ड्रिंग की. 


ईडी ने कहा कि यह भी आवश्यक है कि कंपनी के सीईओ को भारतीय नागरिक होना चाहिए और 60 दिनों से अधिक समय तक काम करने वाले सभी विदेशी कर्मचारियों को सुरक्षा मंजूरी की आवश्यकता होगी. जांच एजेंसी के सूत्रों ने नेविल रॉय सिंघम के साथ वित्तीय लेन-देन की ओर इशारा किया, जो एक विदेशी नागरिक है और चीन में स्थित है. साथ ही डब्ल्यूडब्ल्यूएम के माध्यम से पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट में धन का संचार करता है.


26 फीसदी एफडीआई


वहीं सरकार ने सितंबर 2019 में डिजिटल न्यूज़ में सरकारी अनुमोदन मार्ग के तहत 26 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) कैप की घोषणा की थी. अधिक इक्विटी वाले लोगों को इसे नीचे लाने की आवश्यकता थी. वाणिज्य मंत्रालय ने न्यूज़ डिजिटल मीडिया क्षेत्र में लगी संस्थाओं के लिए एफडीआई व्यवस्था को उदार बनाने का निर्णय लिया था और इन संस्थाओं को सरकारी अनुमोदन मार्ग के माध्यम से 26 प्रतिशत तक एफडीआई की अनुमति दी गई है.


सूत्रों ने बताया कि जांच से पता चला है कि व्यवसायी सिंघम 28.46 करोड़ रुपये की फंडिंग का प्रमुख स्रोत है, जो पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड को कथित तौर पर विदेश से 2018 और 2021 के बीच प्राप्त हुआ था. ईडी के सूत्रों ने कहा कि सिंघम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की प्रचार शाखा से जुड़ा था. ईडी जांच 'संदिग्ध धन, संदिग्ध चरित्र और चीन कनेक्शन' की बात करती है.


दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक प्राथमिकी दर्ज की थी जिसके आधार पर ईडी ने इस साल फरवरी में न्यूजक्लिक के परिसरों पर छापेमारी की थी. यह आरोप लगाया गया था कि पीपीके न्यूज़क्लिक स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान मेसर्स वर्ल्डवाइड मीडिया होल्डिंग्स एलएलसी यूएसए से ₹9.59 करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त किया.


अधिक मूल्य निर्धारण


ईडी ने आरोप लगाया कि डिजिटल समाचार वेबसाइट में एफडीआई की 26 प्रतिशत की सीमा से बचने के लिए याचिकाकर्ता कंपनी के शेयरों का बहुत अधिक मूल्य निर्धारण करके निवेश किया गया था और इस निवेश का कुछ हिस्सा "डायवर्टेड/ सिफोन ऑफ" किया गया था. ईडी के सूत्रों ने कहा कि इस साल फरवरी में पीपीके न्यूज़क्लिक के प्रधान संपादक और निदेशक प्रबीर पुरकायथ के कार्यालय और आवास पर एजेंसी की छापेमारी के दौरान उन्होंने "नवलखा और बप्पादित्य सिन्हा को भुगतान से संबंधित दस्तावेज" जब्त किए. ईडी ने नवलखा से भी पूछताछ की, जो नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद है. तलोजा जेल में नवलखा से पूछताछ के लिए ईडी को कोर्ट से विशेष अनुमति मिली है.


बीजेपी का आरोप


वहीं बीजेपी ने न्यूज वेबसाइट 'न्यूजक्लिक' पर देश के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है. संबित पात्रा ने आरोप लगाया है कि 'न्यूजक्लिक' नाम की वेबसाइट भारत को बदनाम करने का काम कर रही है.


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