Congress On ED Raid: राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के परिसरों पर ईडी की छापेमारी और सीएम अशोक गहलोत के बेटे को तलब करने को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई. इसको लेकर अशोक गहलोत, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा कि बीजेपी चुनाव को देखते हुए डर गई है. वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जनता सब जान चुकी है.  


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ''कांग्रेस डरने वाली नहीं है. बीजेपी को अपने कमल निशान के साथ ईडी और आईटी का सिम्बल भी जोड़ लेना चाहिए. ना डरे, ना डरेंगे मुकाबला करेंगे.'' वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि इनका दोहरा चरित्र सामने आ गया है. 


दरअसल, ईडी ने राजस्थान में कथित परीक्षा पत्र लीक मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गोविंद सिंह डोटासरा के जयपुर और सीकर स्थित परिसरों पर छापे मारे. इसके अलावा जांच एजेंसी ने गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में तलब किया है.  


अशोक गहलोत ने क्या कहा?
अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसा करने से इन एजेंसियों की विश्वसनीयता नहीं रहेगी. डोटासरा राजनीति अच्छे तरीके से कर रहे हैं, इस कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि वैभव गहलोत की सिर्फ टैक्सी की कंपनी है. इसमें रतन कांत शर्मा पहले पार्टनर था. टारगेट मुझे कर रहे है क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी मेरी सरकार गिरा नहीं सके. 


गहलोत ने कहा कि ईडी ने यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में 112 छापे मारे और 104 मामलों में चार्जशीट दाखिल की, लेकिन 2014 के बाद 3,010 छापे मारे गए. इस दौरान 881 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किया गया. 


वैभव गहलोत ने ईडी के तलब करने पर कहा, "केंद्र की बीजेपी सरकार कांग्रेस के नेताओं को टारगेट करते रहे हैं. कल मुझे ईडी ने  दिल्ली आने का समन दिया गया है. साल 2011 में यही आरोप मुझ पर पहले लगाए गए थे जिसका जवाब मैं दे चुका हूं अब वापस से वही बातें लाई जा रही है."


कांग्रेस ने क्या कहा?

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक्स पर लिखा, ‘‘राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के यहां ईडी की छापेमारी की मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को भी ईडी का समन दिया गया है. ’’

 

उन्होंने कहा, ''बीजेपी इस तरह के हथकंडों से कांग्रेस के नेताओं को डरा नहीं सकती. प्रदेश कांग्रेस के सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुटता से साथ खड़े हैं. इस प्रकार की कार्रवाई से बीजेपी की घबराहट साफ़ दिखाई देती है, क्योंकि जनता आगामी चुनावों में राजस्थान में फिर कांग्रेस की सरकार लाने का मन बना चुकी है. ’’

 

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ है, लेकिन राजनितिक तौर पर होने वाली कारवाई का हम विरोध करते हैं.  बीजेपी कांग्रेस के नेताओं को डराने का काम कर रही है, लेकिन इससे हमारे नेता डरने वाले नहीं हैं.  ईडी कार्रवाई कर रही है और उसकी सफाई बीजेपी दे रही है. 


मल्लिकार्जुन खरगे क्या बोले?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी मामले में बीजेपी पर हमला किया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''चुनाव आते ही ईडी, सीबीआई, आदि आदि बीजेपी के असली 'पन्ना प्रमुख' बन जाते हैं. '' 


खरगे ने कहा, ‘‘राजस्थान में अपनी हार निश्चित देखकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना आखिरी दांव चला है. छत्तीसगढ़ के बाद ईडी अब राजस्थान में भी चुनाव प्रचार में उतर गयी है और उसने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.’’


उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार की तानाशाही लोकतंत्र के लिए घातक है. हम एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ते रहेंगे, जनता भाजपा को करारा जवाब देगी.’’





ममता बनर्जी भी ने भी किया हमला
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हमले करते हुए कहा,  ''बीजेपी चुनाव से पहले देशभर में विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ ईडी की छापेमारी कर गंदा खेल खेल रही है. मेरा सवाल है कि क्या बीजेपी के किसी नेता के घर पर एक भी रेड की गई.''


बता दें कि राजस्थान की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को वोटिंग होगी. इसका परिणाम तीन नवंबर को आएगा. 


बीजेपी क्या कुछ बोली?
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "70 लाख युवाओं का भविष्य जिस पेपर लीक की घटनाओं के कारण अंधकारमय हुआ, उन 70 लाख युवाओं में किसान, गरीब, दलित, आदिवासी वर्ग के बेटे और बेटियां शामिल थे.'' उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की जांच तो होगी. 


उन्होंने कहा, ''मामले को लेकर उन्होंने(अशोक गहलोत) बार-बार सख्त कार्रवाई और कानून बनाने का स्वांग भी किया. उन्होंने अनेक बयान भी दिए थे, लेकिन जब कार्रवाई का समय आता है और इस पेपर लीक के तार उनके लोगों से जुड़े हुए प्रतीत होने लगते हैं तो उनको राजनीतिक प्रतिशोध याद आता है. ये दोहरा चाल और चरित्र अब बेनकाब हो चुका है. राजस्थान की जनता जान चुकी है कि किन लोगों होने के कारण पेपर लीक हुए. 


मामला क्या है?
ईडी ने कहा आरोपियों ने ‘‘एक-दूसरे की मिलीभगत से वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड 2 प्रतिस्पर्धी परीक्षा 2022 के सामान्य ज्ञान के प्रश्न पत्र को लीक किया, जो परीक्षा आरपीएससी को 21 दिसंबर 2022, 22 दिसंबर 2022 और 24 दिसंबर 2022 को कराना था. आरोपियों ने यह प्रश्न पत्र पेपर दे रहे उम्मीदवारों को उपलब्ध कराया. इसकी फोटोकॉपी उम्मीदवार आठ से 10 लाख रुपये लिए थे.’’


ईडी ने इस मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा, अनिल कुमार मीणा और भूपेंद्र सरन को गिरफ्तार किया है. फेमा के कथित उल्लंघन से संबंधित एक मामले में पूछताछ के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को तलब भी किया है.


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इस समन का संबंध राजस्थान स्थित आतिथ्य क्षेत्र से जुड़े समूह ‘ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड’ और इसके निदेशकों एवं प्रमोटर शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य के खिलाफ ईडी के हाल में मारे गए छापों से है.


इनपुट भाषा से भी. 


ये भी पढ़ें- NCERT समिति के प्रस्ताव और ED की छापेमारी को लेकर BJP पर भड़कीं ममता बनर्जी, '...मोहम्मद बिन तुगलक की तरह है'