ED Raid In Jharkhand: झारखंड के खनन घोटाला मामले में बुधवार को ईडी (EDने 16 ठिकानों पर छापेमारी की. ईडी ने झारखंड(Jharkhand) के व्यवसायी प्रेम प्रकाश के घर के अलमीरा में बंद दो एके-47 रायफल्स (AK-47 Rifles) बरामद की गई हैं. इसके साथ ही 60 कारतूस (Cartridge) मिलने की भी बात कही जा रही है. अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. झारखंड पुलिस (Jharkhand Police)ने इस मामले में अपने ही दो कर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. इन दोनों पुलिसकर्मियों पर आरोप लगा है कि उन्होंने ही प्रेम प्रकाश के घर की अलमारी में एके-47 रायफल्स रखी थी. 


रांची (Ranchi)के अरगोड़ा थाना प्रभारी विनोद कुमार ने इस बारे में दावा किया है कि प्रेम प्रकाश के घर से बरामद किए गए दो AK-47 और कारतूस जिला पुलिस के जवानों के हैं. इसके साथ ही बुधवार की देर शाम दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.


ईडी ने अवैध खनन केस में की छापेमारी


प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड में कथित अवैध खनन के मामले में जारी धनशोधन की जांच के तहत बुधवार को नये सिरे से छापेमारी की और दो एके-47 राइफल तथा 60 कारतूस बरामद किये। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी. रांची में एक घर से दो हथियार, 60 कारतूस और दो मैगजीन मिलीं तथा सूत्रों ने मकान की पहचान प्रेम प्रकाश नाम के व्यक्ति के परिसर के तौर पर की, जिसे मामले में शामिल बताया जाता है.


इडी ने बुधवार को झारखंड, बिहार, तमिलनाडु और दिल्ली- एनसीआर में करीब 17 से 20 परिसरों पर छापेमारी की है. सूत्रों ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और मिश्रा के करीबी एवं बाहुबली बच्चू यादव से पूछताछ के बाद ताजा सूचना सामने आने पर यह छापेमारी की गयी है. मिश्रा और यादव दोनों को कुछ समय पहले इस मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था.


बीजेपी नेताओं ने कहा-इसकी सही से जांच हो


गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट में कहा कि प्रकाश ‘‘झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल के सहयोगी हैं’’ और उनके (प्रकाश) संबंधों की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) द्वारा जांच की जानी चाहिए.


वहीं, भाजपा के पूर्व नेता एवं वर्तमान में राज्य के निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि प्रेम प्रकाश को एके-47 राइफलें कैसे मिलीं और इस बात की संभावना है कि इसका कोई आतंकवादी संबंध तो नहीं.


जुलाई में ईडी ने शुरू की थी जांच


ईडी की जांच तब शुरू हुई जब एजेंसी ने अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों के संबंध में आठ जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों के परिसरों पर छापा मारा था जिनमें झारखंड के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा सहित 19 स्थान शामिल थे. ईडी ने मार्च में मिश्रा और अन्य के खिलाफ धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मिश्रा ने ‘‘अवैध रूप से बड़ी संपत्ति हड़प ली या अपने नाम करा ली.’’


100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की हो रही है जांच


जुलाई की छापेमारी के तुरंत बाद, ईडी ने 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली थी. एजेंसी ने कहा, ‘‘जांच के दौरान एकत्र किए गए साक्ष्य में विभिन्न व्यक्तियों के बयान, डिजिटल साक्ष्य और दस्तावेज शामिल हैं. इससे पता चला है कि जब्त की गई नकदी या बैंक बैलेंस वन क्षेत्र सहित साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए जा रहे अवैध खनन से प्राप्त हुआ है.’’ ईडी ने कहा था कि वह इसकी जांच कर रहा है कि झारखंड में अवैध खनन कार्यों से ‘‘अपराध से अर्जित’’ 100 करोड़ रुपये किस रास्ते से आये और कहां गये.


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