ED Raids: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजस्थान में 25 ठिकानों पर छापेमारी कर रहा है. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया है कि राजस्थान में हो रही ये छापेमारी एक आईएएस अधिकारी के ठिकानों समेत कुल मिलाकर 25 लोकेशन पर चल रही है. ईडी की ये कार्रवाई जल जीवन मिशन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के केस में हो रही है. राजस्थान में पिछले कुछ हफ्तों में कई जगहों पर छापेमारी की गई है. राजधानी जयपुर से लेकर कई प्रमुख शहरों में ईडी की कार्रवाई हुई है. 



 

दरअसल, राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरी (एसीबी) की तरफ से पदमचंद जैन सहित निजी ठेकेदारों और अन्य के खिलाफ अवैध सुरक्षा हासिल करने, टेंडर हासिल करने, बिलों को मंजूरी देने और कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े अनियमितताओं को छिपाने के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई. इन सभी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विभाग (पीएचईडी) के अधिकारियों को रिश्वत दी. इसके बाद जल जीवन मिशन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने जांच की शुरुआत की. 


बीजेपी ने लगाया 20 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप


वहीं, बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जून में आरोप लगाया था कि राजस्थान में जल जीवन मिशन को लागू करने के नाम पर 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि मिशन के 48 प्रोजेक्ट्स में फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट्स के आधार पर दो कंपनियों को 900 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए गए. 


किरोणी लाल मीणा ने कहा था, 'केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन के तहत 2000 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया है. ये सब पीएचईडी मंत्री और विभाग के सचिव के जरिए मिलकर किया गया है.' बता दें कि केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन का मकसद घरेलू नल कनेक्शन के जरिए सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है. इसे राजस्थान में लागू करने का जिम्मा पीएचईडी के पास है. 


पिछली छापेमारी में मिला सोना-चांदी


इससे पहले, सितंबर के महीने में ईडी ने जयपुर में जल जीवन मिशन से जुड़े संदिग्धों के कई बैंक लॉकरों की तलाशी ली. इस दौरान 5.86 करोड़ रुपये का सोना और चांदी जब्त किया गया. ईडी को कुल मिलाकर 9.6 किलो सोना और 6.3 किलो चांदी बरामद हुआ था. 


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