Tamil Nadu Cyber Fraud Cases: तमिलनाडु में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में गुरुवार (2 जनवरी 2025) को आठ जगहों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई कोलकाता और अन्य जिलों में संदिग्ध जगहों पर की गई. वहीं, साल्ट लेक में पूछताछ के लिए एक शख्स को हिरासत में लिया गया है और शामिल संदिग्धों की पहचान कर गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के पार्क स्ट्रीट, साल्ट लेक और बागुइहाटी इलाकों में पांच जगहों और जिलों में तीन अन्य स्थानों पर एक साथ छापेमारी चल रही है. अधिकारी ने बताया कि साल्ट लेक इलाके में छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया.
बागुइहाटी में जारी है रेड
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "हमारे अधिकारी अब बागुइहाटी में एक उच्च श्रेणी के आवासीय परिसर में एक फ्लैट पर छापेमारी कर रहे हैं." उन्होंने बताया कि पूर्वी भारत के राज्यों में रहने वाले कई लोग इस अपराध में शामिल पाए गए हैं.
साइबर जालसाजों ने की 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी
तमिलनाडु में पिछले साल 2024 के जनवरी से सितंबर तक साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के कारण 1,116 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और राज्य साइबर अपराध शाखा ने स्वचालित और मैन्युअल दोनों तरीकों से 526 करोड़ रुपये को सफलतापूर्वक फ्रीज कर दिया है. धोखाधड़ी करने वालों के बैंक खातों से लगभग 48 करोड़ रुपये वापस करके पीड़ितों को लौटा दिए गए.
बता दें कि पीड़ितों को साइबर शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने जाने की जरूरत नहीं है. बिना समय गंवाए या देरी किए www.cybercrime.gov.in पर या 1930 पर डायल करके शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.