ED Raids: मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए धोखाधड़ी के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate-ED) ने शनिवार को कोलकाता में छापा मारा. ये छापेमारी मोबाइल गेमिंग ऐप (Mobile Gaming Application) संचालकों के छह ठिकानों पर मारी गई है. ईडी ने ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (Prevention of Money Laundering Act) यानी PMLA के तहत की है. छापेमारी के दौरान अब तक 12 करोड़ रुपये नकद मिले हैं. खबर लिखे जाने तक बरामद हुई नकदी की गिनती जारी थी.


छह ठिकानों पर छापेमारी


गेमिंग ऐप के संचालकों के 6 ठिकानों पर ईडी ने कार्रवाई की है. ईडी की टीमें शनिवार सुबह साल्ट लेक एजेंसी के केंद्र सरकार के कार्यालय परिसर से छापेमारी अभियान के लिए निकली. टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवान भी  रहे.  इस छापे में ईडी को अच्छी खासी मात्रा में नकदी मिली है. ये नकदी इतनी अधिक है कि अभी तक ई़डी की टीम इसकी गिनती में लगी है. इसमें अभी 500 से लेकर 2000 के नोटों की गिनती बाकी है. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक अभी भी नकदी की गिनती जारी है. 


मोबाइल गेमिंग एप के जरिए धोखाधड़ी


प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक बयान के मुताबिक आमिर खान के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. आमिर ने गेमिंग एप्लीकेशन ई नगैट्स (E- Nuggets) बनाई थी. पहले लोगों को इसके जरिए कमीशन दिया जाता था. इसी के बल पर खान ने कई लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी. आमिर और अन्य के खिलाफ कोलकाता पुलिस ने पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420, 406, 409, 468, 469, 471, 34 के तहत 15 फरवरी 2021 में एफआईआर नं -30 दर्ज की थी. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक आमिर पर ये एफआईआर फेडरल बैंक के अधिकारियों की अदालत में दायर शिकायत पर दर्ज की गई. फेडरल बैंक के अधिकारियों ने ये शिकायत एलडी की अदालत में मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोलकता (Calcutta) को की थी. 


क्या है मामला


नेसर अहमद खान के बेटे आमिर खान ने ई-नगेट्स (E-Nuggets) नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया था. इसे जनता को धोखा देने के मकसद से डिजाइन किया गया था. शुरुआती दौर में इसे इस्तेमाल करने वालों को कमीशन के साथ ईनाम भी दिया गया. तब इसके वॉलेट से ये कमीशन और ईनाम आसानी से निकाला जा सकता था. इस तरह से इस एप को इस्तेमाल करने वालों लोगों का इस पर यकीन कायम हो गया. लोगों ने बढ़े हुए कमीशन को पाने के लिए एप में अधिक पैसा और अधिक संख्या में खरीद ऑर्डर बुक करने शुरू कर दिए. इस बहाने इस एप ने जनता से अच्छी खासी रकम वसूल ली. इसके बाद अचानक एप ने लोगों के वॉलेट में से कोई न कोई बहाना बनाकर पैसे निकालने पर रोक लगा दी. इन बहानों में कभी सिस्टम अपग्रेडेशन तो कभी एलईए ( LEA) की जांच होने जैसे बहाने शामिल थे. ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक इसके बाद  प्रोफाइल जानकारी सहित सभी डेटा को एप सर्वर से मिटा दिया गया. इसके बाद ही इस एप का इस्तेमाल करने वाले लोगों को ये चाल समझ में आई. तलाशी अभियान के दौरान, यह देखा गया कि ये संस्थाएं नकली खातों का इस्तेमाल कर रही थीं.


कहां-कहां गई ईडी की टीम


पहली टीम पार्क स्ट्रीट थाना क्षेत्र के 34 मैकलॉड स्ट्रीट में एक वकील के आवास पर पहुंची. दूसरी टीम ने गार्डन रीच में शाही अस्तबल लेन के व्यापारी निसार अली के घर छापेमारी के लिए पहुंची.यहां उन्हें अच्छी खासी मात्रा में नकदी जब्त की. यहां एक बड़े ट्रंक में ये नोट रखे थे. नोट इतने अधिक थे कि ईडी को इसे गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी. ईडी को व्यापारी के पास इस नकदी के सोर्स को लेकर कोई वाजिब जानकारी नहीं मिली. खबर लिखे जाने तक ईडी का तलाशी अभियान जारी है. ईडी की तीसरी टीम अभी मयूरभंज (Mayurbhanj) इलाके में छापेमारी को अंजाम दे रही है. गौरतलब है कि दो महीने से भी कम वक्त में कोलकाता में नकदी की ये तीसरी बरामदगी है. ईडी ने कोलकाता में ई-नगेट्स मोबाइल गेमिंग ऐप धोखाधड़ी से जुड़े 6 परिसरों में छापेमारी की.


ये भी पढ़ेंः


Explained: क्या होता है मनी लॉन्ड्रिंग? जानिए इस प्रक्रिया में कैसे ब्लैक मनी को व्हाइट में किया जाता है कन्वर्ट


PMLA: क्या है 'प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट', क्यों बनाया गया था ये कानून? एक क्लिक में जानिए सबकुछ यहां