Ed Action In Money Laundering Case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिलांग स्थित सीएमजे यूनिवर्सिटी और इसके चांसलर चंद्र मोहन झा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की. यह कार्रवाई फर्जी डिग्री सर्टिफिकेट और वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों को लेकर की गई है. ईडी की ये छापेमारी सीएमजे यूनिवर्सिटी के ऑफिस, सीएमजी फाउंडेशन और यूनिवर्सिटी के चांसलर चंद्र मोहन झा के दिल्ली और शिलांग स्थित ठिकानों पर हुई.
ईडी ने अपनी जांच मेघालय पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर की है. मेघालय पुलिस ने ये चार्जशीट सीएमजे यूनिवर्सिटी, वहां के चांसलर और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ की थी, जो की सीएमजे फाउंडेशन के ट्रस्टी थे.शिलांग पुलिस ने आरोप लगाया था कि इन्होंने पैसों के लालच में फर्जी डिग्री सर्टिफिकेट हजारों छात्रों को अवार्ड की. मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया था की सीएमजे यूनिवर्सिटी ने कम फैकल्टी होने के बावजूद हजारों फर्जी डिग्रियां छात्रों को बांट दी.
फर्जी डिग्रियां बेच कर बनाया 83 करोड़
ईडी के मुताबिक उनकी जांच में सामने आया की डिग्री बेचने के बाद जो पैसा बैंक अकाउंट में आया उसे दूसरे बैंक अकाउंट में डायवर्ट करके फिक्स्ड डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड और लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में इन्वेस्ट किया गया. प्रोसीड ऑफ क्राइम का पैसा जमीनों में भी इन्वेस्ट किया गया. ईडी ने फर्जी डिग्रियां बेच कर मिली रकम का करीब 1 करोड़ 53 लाख रुपए फ्रीज कर लिया है. ईडी की जांच के मुताबिक पूरा पैसा लगभग 83 करोड़ 52 लाख है. जिसमें से करीब 49 करोड़ की प्रॉपर्टी भी ईडी ने अटैच की है.
क्या है पूरा मामला?
ईडी ने मेघालय पुलिस की सीआईडी द्वारा दाखिल एफआईआर और चार्ज शीट के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की . आरोप ला था कि सीएमजे यूनिवर्सिटी के चांसलर चंद्र मोहन झा ने हजारों छात्रों को फर्जी डिग्रियां देकर धोखाधड़ी की.छोटी सी फैकल्टी के बावजूद यूनिवर्सिटी ने 20,570 डिग्रियां गैरकानूनी ढंग से बांटीं. यही नहीं इन डिग्रियों पर जो दस्तखत थे वो भी फर्जी थे.
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