ईडी ने लालू यादव और तेजस्वी यादव को समन किया, नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है मामला
Land For Job Scam: ईडी ने नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरजेडी चीफ लालू यादव और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को समन भेजा है.
Land For Job Scam Case: ईडी ने नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के चीफ लालू यादव और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बुधवार को (20 दिसंबर) को समन भेजा.
ईडी ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को मामले में पूछताछ के लिए शुक्रवार (22 दिसंबर) को पेश होने को कहा है. वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को केस में सवाल-जवाब करने के लिए बुधवार (27 दिसंबर) को बुलाया गया है.
ED summons Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav on Dec 22, Lalu Prasad on Dec 27 for questioning in land-for-jobs money laundering case: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) December 20, 2023
दरअसल, आरोप है कि लालू यादव ने केंद्रीय रेल मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ली.
तेजस्वी यादव से पहले कब पूछताछ हुई?
इस मामले में ईडी 11 अप्रैल को तेजस्वी यादव से करीब आठ घंटे तक पूछताछ कर चुकी है, लेकिन यह पहली बार है जब उसने लालू यादव को बुलाया गया है. ईडी का यह समन लालू यादव परिवार के एक कथित करीबी सहयोगी अमित कात्याल से पूछताछ के बाद आया है.
क्या मामला है?
सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और मीसा भारती सहित 17 लोगों के खिलाफ भर्ती के बदले जमीन लेने के आरोपों को लेकर एफआईआर दर्ज की थी. आरोप लगाया गया कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के विभिन्न मंडलों के पदों पर समूह डी में एवजी की नियुक्ति हुई. साल 2004 से 2009 के बीच हुई इस नियुक्ति में लालू यादव ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन ली.
साथ ही ये भी आरोप लगाया है कि क्षेत्रीय रेलवे में एवजी की ऐसी नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया. इसके बाद भी नियुक्त किए गए पटना के निवासियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में एवजी के रूप में नियुक्त कर दिया गया.
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