श्रीनगर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मां को धन शोधन मामले में समन भेजा है. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. वहीं, पार्टी ने आरोप आरोप लगाया है कि दल कुछ भी केंद्र के खिलाफ करता है तो किसी ना किसी को समन भेज दिया जाता है.
दरअसल, महबूबा मुफ्ती की मां गुलशन नजीर को 18 अगस्त को ईडी ने पेश होने के लिए कहा है. वहीं, इस पूरे मामले को लेकर महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने ईडी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये कोई इत्तेफाक नहीं है कि पार्टी केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करती है और हर बार किसी ना किसी को समन भेज दिया जाता है.
गुलशन नजीर को मानवीय सहायता की अनुमति दी जाए- पीडीपी
बता दें, महबूबा मुफ्ती के दल ने जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा खत्म होने के दूसरे साल पर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद अब ईडी की तरफ से महबूबा मुफ्ती की मां को समन भेज दिया गया. पीडीपी ने ईडी से मामले का पूरा विवरण देने को कहा है. साथ ही पार्टी ने ईडी से कहा कि गुलशन नजीर को मानवीय सहायता की अनुमति दी जाए क्योंकि उन्हें हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषा समझने में काफी दिक्कत होती है.
जब्त हुई दो डायरियों से संबंधित है मामला
बताते चले, धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत ईडी द्वारा दर्ज आपराधिक मामला महबूबा के एक सहयोगी के ऑफिस में मारे गए छापे में जब्त की गई दो डायरियों से संबंधित है. अधिकारियों के मुताबिक, डायरी में मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष में ऐसे भुगतानों का जिक्र है जो नियमों का कथित तौर पर उल्लंघन करता है. बताया गया कि, इस राशि का भुगतान पीडीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान किया गया था. आरोप ये है कि, इस भुगतान में कुछ लाख रुपये नजीर और अन्य लोगों के बैंक खातों में ट्रांफर किए गए जिसकी पूछताछ ईडी उनसे करना चाहती है.
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