(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इस नक्सली के पास कहां से आई करोड़ों की दौलत? अब दोनों पत्नियां ED के सामने उगलेंगी सच! खुलेंगे कई राज
Dinesh Gope Latest News: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 25 लाख रुपये के इनामी उग्रवादी दिनेश गोप को 21 मई को नेपाल से गिरफ्तार किया था. इसकी दोनों पत्नियां भी जेल में हैं.
Dinesh Gope News: प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) का सुप्रीमो दिनेश गोप होटवार जेल में बंद है. दिनेश ने लेवी के रुपये कहां इनवेस्ट किए, ईडी लगातार इस बारे में उससे नकारी मांग रही है. अब ईडी की टीम को उसकी दो पत्नियों हीरा देवी और शकुंतला कुमारी से इस बारे में पूछताछ करने की अनुमति मिल गई है.
ईडी सूत्रों ने मुताबिक, इससे पहले इसी महीने की शुरुआत में हुई पूछताछ के दौरान गोप ने लेवी-रंगदारी में मिली कुछ राशि का हिसाब एजेंसी को दे दिया था. हालांकि, वह ज्यादातर सवालों के जवाब में यही कहता रहा कि उसे कुछ याद नहीं है. ऐसे में अब ईडी उनकी पत्नियों से पूछताछ करेगी.
NIA ने दोनों पत्नियों को किया था गिरफ्तार
इस दौरान गोप के करोड़ों के अवैध निवेश को लेकर ईडी की टीम पूछताछ करेगी. रांची स्थित पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग) कोर्ट ने उनकी पत्नियों से दो दिनों की पूछताछ की अनुमति दे दी है. एनआईए की विशेष टीम ने दिनेश गोप की दोनों पत्नियों को कोलकाता से लगभग एक साल पहले 30 जनवरी 2022 को गिरफ्तार किया था. उनके पास से लाखों रुपये बरामद किए गए थे.
जेल में बंद हैं दोनों पत्नियां
इसके बाद से दोनों रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद हैं. दो दशकों तक मोस्ट वांटेड रहे दिनेश को एनआईए ने बीती 21 मई को नेपाल से गिरफ्तार किया था. दिनेश गोप पर झारखंड, बिहार, ओडिशा में 102 केस दर्ज हैं और उसने आतंक फैलाकर करोड़ों की अवैध उगाही की है. ईडी की टीम दिनेश से इसी महीने की शुरुआत में जेल में कई दिनों तक पूछताछ कर चुकी है.
पत्नियों के माध्यम से करोड़ों का निवेश
अब तक दो दर्जन से अधिक बैंकों में दिनेश गोप के पारिवारिक सदस्यों और दोनों पत्नियों के माध्यम से करोड़ों के निवेश की जानकारी भी मिल चुकी है. एनआईए ने गोप की पत्नियों के बैंक खाते से 19.93 लाख रुपये जब्त किए थे. जांच में पता चला था कि दो दर्जन से ज्यादा बैंक खातों में 2.50 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ था. ये खाते शेल कंपनियों और गोप के परिवार के सदस्यों के नाम पर थे.
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