Neet Exam 2024: देशभर में नीट परीक्षा को रद्द करने के बाद केंद्र सरकार एक्शन में नजर आ रही है, इसी कड़ी में पारदर्शिता की निगरानी और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के कामकाज पर गौर करने के लिए गठित केंद्र की सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति की आज बैठक होगी. शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है. 


इससे पहले शनिवार (22 जून) को शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए की कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति के गठन का ऐलान किया था. 


दो महीने में देंगे रिपोर्ट 


इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. के. राधाकृष्णन के नेतृत्व वाली सात सदस्यीय समिति अगले दो महीनों में अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपेगी. इसको लेकर लेकर शिक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए, उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया में सुधार के तंत्र में सुधार पर सिफारिशें करने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.


पूरे देश में हो रहा है विरोध 


एनईईटी-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर एनटीए को पूरे देश में विरोध का सामना करना पड़ रहा है . इसको लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक दलों ने एनटीए को भंग करने की मांग की. इस बार एग्जाम में  67 उम्मीदवारों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए थे. 


सीबीआई ने दर्ज किया केस 


केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर आपराधिक मामला दर्ज किया है और मामले की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया. एजेंसी की एफआईआर के अनुसार, 5 मई, 2024 को आयोजित नीट (यूजी) 2024 परीक्षा के आयोजन के दौरान कुछ राज्यों में कुछ "अलग-अलग घटनाएं" हुईं. मामले की जांच के लिए सीबीआई द्वारा विशेष टीमों का गठन किया गया है.


ये भी पढ़ें: NEET पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र में बड़ा एक्शन, लातूर में 3 शिक्षकों समेत 4 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज