AISHE की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
आल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन 2016-17 (AISHE) की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में हज़ार उच्च शिक्षा से जुड़े अध्यापक ऐसे हैं, जो एक से अधिक संस्थानों से तनख्वाह ले रहे हैं. ये बात तब सामने आई जब इन अध्यापकों से उनका आधार नम्बर मांगा गया था.
देश के अध्यापकों से मांगा गया था आधार कार्ड
AISHE केन्द्र सरकार का एक ऐसा सालाना सर्वे है, जिसमें अलग अलग पैमानों पर देश में उच्च शिक्षा के हालात के ताजा आंकड़े पेश किए जाते हैं. इसी सिलसिले में जब देश के अध्यापकों से उनका आधार नम्बर मांगा गया तो पता चला कि 80 हजार अध्यापक ऐसे थे जिनके आधार नम्बर एक से अधिक संस्थानों ने अपने स्टाफ के तौर पे भेजे थे यानी ये अध्यापक एक से अधिक उच्च शिक्षा संस्थानों से तनख्वाह ले रहे थे.
12.5 लाख अध्यापकों का आधार वैरीफाइ
इस सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोशिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर को मिलाकर उच्च शिक्षा में कुल 15 लाख अध्यापक हैं. इनमें से 12.5 लाख का आधार वैरीफाइ हो गया है. इससे पता चला कि कुछ प्राध्यापक दो या अधिक कॉलेज में दिखाए गए थे.
दोषी अध्यापिकों पर होगी कार्रवाई- प्रकाश जावडेकर
केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, "कुछ अध्यापक तो इतने एक्टिव थे कि तीन तीन, चार-चार संस्था में काम कर रहे थे. इसकी जांच होगी और उनके खिलाफ कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है. हम ऐसे 80 हजार नाम काटेंगे जिससे तनख्वाह भी बचेगी."