UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद प्रदेश भर में सरकारी और निजी संपत्तियों से साढ़े 9 लाख से अधिक प्रचार सामग्री हटाई और मिटाई गयी हैं. इसमें पोस्टर, बैनर के अलावा दीवारों पर लिखे नारे भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने सोमवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी.
शुक्ल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने आठ जनवरी को राज्य में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की और इसके बाद से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है. उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में लागू आदर्श आचार संहिता को देखते हुए सरकारी व निजी संपत्तियों से कुल 9,60,482 प्रचार सामग्री हटायी गयी है, जिसमें सरकारी संपत्तियों से कुल 7,32,186 प्रचार सामग्री और निजी संपत्तियों पर लगी 2,28,296 प्रचार सामग्री शामिल हैं. इनमें पोस्टर, बैनर के अलावा दीवारों पर लिखे नारे भी शामिल हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रदेश में कानून व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू किया गया है. पुलिस, आयकर, आबकारी आदि विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है. पुलिस विभाग द्वारा अब तक 10,007 लाइसेंसी शस्त्र जमा कराये गये हैं, नौ लाइसेंस जब्त किये गये हैं तथा चार लाइसेंस निरस्त किए गए हैं.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों का एलान कर दिया है. चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव की तारीखों का एलान किया है. उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी, चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी, पांचवे चरण का मतदान 27 फरवरी, छठवें चरण का मतदान 3 मार्च, सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा, वहीं वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी.