नई दिल्ली: सन्डे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे. ये विज्ञापन सरकारें सालों से देती आई हैं ताकि लोग अपनी प्रोटीन की जरूरतों को सस्ते में पूरा कर सकें. लेकिन पिछले सालों में अंडे के रेट लगातार बढ़े हैं और अब हालात ये हैं कि लोग चिकन खाना ज्यादा पसन्द करेंगे.
नई दिल्ली के खन्ना मार्केट में सालों से अंडे का थोक में व्यापार कर रहे राजेश मल्होत्रा बताते हैं कि पिछले साल रेट काफी कम होने की वजह से पोल्ट्री वालों ने कम उत्पादन किया वो भी देर से. यही वजह है कि इस बार रेट पहली बार इतना ज्यादा हो गया.
इस वक़्त एक कैरेट अंडा (1 कैरेट में 30 अंडे) 160-170 का है यानि कि एक अंडा थोक में साढ़े 5 से पौने 6 के बीच पड़ रहा है और फुटकर में 7 रुपये का. राजेश के मुताबिक डिमांड उतनी ही है लेकिन सप्लाई नही हो पा रही है.
वहीं दिल्ली के गाज़ीपुर मुर्गा मंडी में चिकन का ये रेट है- ब्रायलर 85 रुपये किलो और तंदूरी 95 रुपये किलो, वहीं चिकन मीट 130 रुपये किलो बेचा जा रहा है. यानि चिकन अंडे से सस्ता पड़ रहा है. ऐसे में पब्लिक भी अंडे की अपेक्षा चिकन लेना ही सही समझ रही है.
सब्जी और मक्का बना कारण
बताया जा रहा है कि सब्जी के रेट पिछले कुछ दिनों में काफी बढ़े हैं जिसकी वजह से लोगों ने अंडे खरीदने शुरु किए. डिमांड तो बढ़ी लेकिन सप्लाई उतनी नहीं थी जिसके कारण अंडे के दामों में इतना बड़ा उछाल आया. दूसरी बड़ी बात जो सामने आ रही है मक्का का इस्तेमाल पोल्ट्री फॉर्म में बहुतयात में किया जाता है. मक्का के दाम बढ़े जिसके कारण पोल्ट्री फॉर्म वालों को अपने पक्षियों के दाम भी बढ़ाने पड़े.