मुंबई: मुंबई के बाजारों में इजिप्ट से इंपोर्ट किए गए प्याज की खेप पहुंची है, पर यह प्याज जनता को रास नहीं आ रहा है. इस प्याज का आकार प्रकार स्वाद और बनावट लोगों को पसंद नहीं आ रहा है. प्याज न बिकने से व्यापारी परेशान हैं. मुंबई के बाज़ारो में जहां देसी प्याज 130 रुपए किलो तक है, वहीं इम्पोर्टेड प्याज 100 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है.


प्याज की आसमान छूती कीमतों की वजह से कयास लगाए जा रहे थे कि विदेशों से जब प्याज की खेती पहुंचेगी तो लोगों के लिए सहूलियत होगी. मुंबई के बंदरगाहों पर इजिप्ट का प्याज पहुंचा तो उत्साह में व्यापारियों ने भी थोक के भाव कई बोरे प्याज खरीद कर अपने दुकानों पर पहुंचा दिया. अब यह प्याज जो देखने में बड़ा, गीला और सुर्ख लाल रंग का है लोगों को रास नहीं आ रहा है. मुंबई के खार सब्जी मंडी में जब एबीपी न्यूज़ ने पड़ताल की तो मालूम चला कि इस मंडी के प्याज व्यापारी मदन जो 10 बोरी विदेशी प्याज लेकर आए थे, उनकी केवल कुछ बोरियां बिकी हैं. अब इस विदेशी प्याज के खराब होने का डर उनके मन में बना हुआ है. प्याज की तमाम दिक्कतों को गिनाते-गिनाते मदन ने यह भी बताया कि आम जनता तो इसे बिल्कुल ही नहीं खरीद रही है. रेस्टोरेंट, होटल के लोग इस प्याज को ले जा रहे हैं जिनके यहां प्याज का उपयोग ज्यादा है.


आम दिनों की तरह बाजारों में प्याज खरीदने पहुंचने वाले लोग जब इस अलग रंग रूप के प्याज को देख रहे हैं तो उनको जिज्ञासा तो हो रही है, पर प्याज को हाथ में लेते ही उसके गीले पन और काटने पर उससे निकलने वाली महक को देखकर वह प्याज को वापस रख दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि इस प्याज की उम्र बहुत कम है. लोग कह रहे हैं कि चाहे कितनी ही कम क्वांटिटी में वह प्याज ले जाएं, वो सड़ ही जाएगा. इसलिए लोग प्याज खरीदने से बच रहे हैं. कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनका कहना है कि सरकार ने मंगाया है तो अब खरीदेंगे और ट्राई करेंगे कि यह प्याज कैसा स्वाद देता है.


यह भी पढ़ें-


CAB: शिवसेना ने खुद को बताया हेडमास्टर, संजय राउत ने कहा- देशभक्ति का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए