Eid al-Fitr 2024: ईद पर केरल में ऐसा क्या हुआ जो चर्च को नमाजियों के लिए खोलने पड़ गए अपने गेट? जानिए
Eid al-Fitr 2024: ईद समारोह समिति के सदस्य अब्दुल अली ने इस समावेशी कदम की तारीफ की और कहा कि ऐसे कदम विभाजनकारी ताकतों के लिए प्रभावशाली जवाब हैं.
Eid al-Fitr 2024: दक्षिण भारत के राज्य केरल में सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने वाले कदम के तहत बुधवार (10 अप्रैल, 2024) को एक चर्च (गिरजाघर) ने अपने द्वार खोल दिए ताकि वहां मुसलमान ईद की नमाज अदा कर सकें. मलप्पुरम जिले में मंजेरी स्थित निकोलस मेमोरियल सीएसआई चर्च के विशाल मैदान में सुबह सैकड़ों मुस्लिम जुटे. वे संयुक्त ईद समिति (मंजेरी) की ओर से आयोजित ‘ईद की नमाज’ में भाग लेने के लिए एक साथ आए थे.
ईद की नमाज के लिए चर्च के दरवाजे खोलने का फैसला उस सरकारी स्कूल के मैदान को बंद किए जाने के कारण लिया गया, जहां आमतौर पर मुस्लिम ईद की नमाज अदा करते थे. स्कूल का ग्राउंड लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के सिलसिले में बंद किया गया था. गिरजाघर के पादरी फादर जॉय मसलमानी ने मुस्लिम समुदाय को आतिथ्य दिखाने के लिए खुशी जाहिर की, उन्होंने धार्मिक तनाव वाले दौर में प्रेम और एकता को बढ़ावा देने के महत्व पर भी जोर दिया.
चर्च के कदम पर क्या बोले ईद समिति के सदस्य?
ईद समारोह समिति के सदस्य अब्दुल अली ने इस समावेशी कदम की तारीफ करते हुए समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि ऐसे कदम धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाले लोगों के बीच कलह पैदा करने से जुड़े विभाजनकारी ताकतों के लिए प्रभावशाली जवाब हैं.
केरल में 10 अप्रैल को मनाया गया जश्न
दरअसल, केरल में बुधवार को ईद-उल-फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया गया. केरल में मुस्लिम आबादी राज्य की 3.30 करोड़ आबादी का 24 प्रतिशत है और इस बार गतिविधि अधिक रही, जबकि प्रदेश में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. ऐसे में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को ईदगाहों में देखा गया.
चुनाव से पहले नेता भी नमाजियों के बीच पहुंचे
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के उम्मीदवार शशि थरूर निर्वाचन क्षेत्र में ईदगाह में नमाजियों के साथ बातचीत करते देखे गए. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को राजधानी शहर के बीमापल्ली में लोकप्रिय मस्जिद में देखा गया. मंगलवार देर शाम चांद दिखने के बाद मौलवियों ने ऐलान किया कि केरल में ईद बुधवार को मनाई जाएगी.
11 अप्रैल को बाकी हिस्सों में मनेगी ईद
केरल के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी बुधवार को ईद मनाई गई. हालांकि, भारत के बाकी हिस्सों में ईद-उल-फित्र का त्योहार गुरुवार (11 अप्रैल, 2024) को मनाया जाएगा. फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मंगलवार को ईद का चांद नज़र नहीं आया, इसलिए ईद गुरुवार को मनाई जाएगी. बुधवार को 30वां और आखिरी रोज़ा होगा.
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