दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर बुधवार को हुई तोड़फोड़ की घटना के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं केजरीवाल के घर हुए इस बवाल पर आप ने हाईकोर्ट का रुख किया है. आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर हाईकोर्ट से अनुरोध किया है कि एक स्वतंत्र एसआईटी इस मामले की जांच करे. इस मामले में दिल्ली पुलिस बाकी लोगों की तलाश कर रही है और पुलिस की छह टीमें इस घटना को लेकर आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी में लगी हुई है.
इस मामले को लेकर उत्तरी जिला के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के बाहर हुई तोड़फोड़ के आरोप में पुलिस ने 70 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था और बाद में उनसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया. वहीं अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.
डीसीपी ने कहा इस घटना को लेकर पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से आरोपियों की पहचान कर रही है. इन लोगों पर कई घारओं में मामला दर्ज किया गया है जिसमें एक धारा गैर जमानती भी है. पहचान करके जल्द ही इन आरोपियों को पकड़ा जाएगा और इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
क्यों हुई तोड़फोड़
बता दें कि बुधवार को बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर कश्मीरी हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगाते प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता सीएम आवास पर भी प्रदर्शन करते पहुंचे, जहां पर उन्होंने सीएम आवास के गेट को केसरिया रंग से पोत दिया. इतना ही नहीं उन्होंने वहां लगे सीसीटीवी कैमरे और बूम बैरियर को भी तोड़ दिया. इस दौरान पुलिस ने भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद तेजस्वी सूर्या सहित कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था.
इस प्रदर्शन को लेकर बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कहा था कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा कश्मीरी पंडितों के उपहास करने के खिलाफ अखिल भारतीय युवा मोर्चा ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया. दिल्ली सीएम और AAP से बिना शर्त माफी की मांग करते हैं. जब तक वह ऐसा नहीं करते तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.