Kolkata: आठ महीने की गर्भवती के पेट में मारी लात, हालत नाजुक, TMC समर्थकों के खिलाफ शिकायत में पुलिस ने की यह कार्रवाई
Kolkata News: कोलकाता के नारकेलडांगा में एक आठ महीने की गर्भवती महिला को कथित तौर पर टीएमसी समर्थकों द्वारा पीटा गया. मामले में पुलिस पर गैर-जिम्मेदारा बर्ताव करने का भी आरोप लग रहा है.
Pregnant Woman Attacked in Narkeldanga: कोलकाता (Kolkata) के नारकेलडांगा (Narkeldanga) में आठ महीने की गर्भवती महिला (Pregnant Woman) पर हमले के मामले में पुलिस (Police) ने सात आरोपियों गिरफ्तार किया है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक परेश पाल (Paresh Pal) और पार्षद स्वपन समद्दा (Swapan Samadda) के समर्थकों पर महिला के साथ मारपीट करने का आरोप है. परिवार और बिल्डर के बीच जमीन विवाद (Land Dispute) को लेकर पीड़िता के साथ मारपीट की गई. महिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है.
पुलिस ने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करने के बाद नारकेलडांगा थाने में नई शिकायत दर्ज की है. पीड़िता के परिवार ने बताया कि 9-10 आरोपियों की पहचान के बाद वह शिकायत दर्ज कराना चाहता था लेकिन पुलिस 2-3 से ज्यादा नाम शिकायत में नहीं चाहती थी.
ऐसी है पीड़िता की हालत
गर्भवती महिला का फिलहाल कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रसूति विभाग में इलाज चल रहा है. पारिवार के सूत्रों के मुताबिक, महिला की हालत को लेकर खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. दर्द कम हुआ लेकिन डॉक्टर उसका ऑपरेशन कर सकते हैं. महिला की पिटाई के बाद बच्चे की हालत क्या होगी, इस बारे में डॉक्टर कुछ नहीं बता पाने की स्थिति में हैं. परेश पाल और स्वपन समद्दा ने उनके खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया है.
क्या है मामला?
पीड़ित परिवार के शिवशंकर दास और उनके बेटे दीपक दास ने बताया कि विधायक और पार्षद के समर्थकों ने उन्हें जमीन विवाद सुलझाने के लिए शनिवार को बुलाया था. उन्होंने मिलने से मना किया तो आरोपियों ने दीपक के साथ मारपीट की. जिसकी शिकायत कराने पर पुलिस ने उल्टे पिता और बेटे को गिरफ्तार कर लिया. सियालदाह कोर्ट से जमानत मिलने पर वे घर पहुंचे तो देखा कि आरोपियों ने तोड़फोड़ की थी. दीपक ने आरोप लगाया कि रविवार को विधायक के समर्थक घर में घुस आए और आठ महीने की गर्भवती महिला के पेट पर लात मारी, साथ ही घर में अन्य बच्चों को भी मारापीटा. उन्होंने कहा कि घर से पैसा भी चुराया गया था. कोलकाता के डीएसपी (ESD) प्रियब्रत रॉय ने इससे पहले कहा था कि उनके संज्ञान में ऐसा मामला नहीं आया है. अगर कोई मामला दर्ज कराता है तो कार्रवाई की जाएगी.
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