अब CBI करेगी पालघर में साधुओं की हत्या मामले की जांच, केस ट्रांसफर करने को तैयार महाराष्ट्र सरकार
Palghar Mob Lynching: महाराष्ट्र के पालघर में दो हिंदू संतों की हत्या कर दी गई थी, जिसने तत्कालीन उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश पैदा कर दिया था.
Palghar Mob Lynching Case: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पालघर जिले में 2020 में साधुओं की पीट-पीटकर हुई हत्या मामले में शिंदे सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह इस मामले की जांच सीबीआई (CBI) को सौंपने के लिए तैयार है. राज्य सरकार ने एक हलफनामा दायर कर अपनी यह मंशा जताई.
अप्रैल 2020 में महाराष्ट्र के पालघर में एक उन्मादी भीड़ द्वारा दो हिंदू संतों की हत्या कर दी गई थी, जिसने तत्कालीन उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश पैदा कर दिया था. अब दो साल बाद एक हलफनामे में, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि वह सीबीआई को जांच सौंपने के लिए तैयार है और उसे इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी.
दो साधुओं की हत्या
इस घटना में मुंबई से 140 किमी उत्तर में पालघर जिले के गडचिंचले में भीड़ ने दो साधुओं को पीट-पीटकर मार डाला. इसमें 70 वर्षीय कल्पवृक्ष गिरी महाराज और 35 वर्षीय सुशीलगिरी महाराज शामिल थे. साथ ही उनके एक 30 साल के ड्राइवर नीलेश तेलगड़े को भी उन्होंने मार डाला. यह घटना कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन की है.
89 आरोपियों को मिली थी जमानत
मामले की विभागीय जांच शुरू होने के बाद 18 पुलिस अधिकारियों को दंडित किया गया था. एक सहायक पुलिस निरीक्षक को बर्खास्त कर दिया गया था, जबकि एक अन्य सहायक पुलिस उप निरीक्षक और एक चालक को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया गया. पिछले साल जनवरी में इस मामले में 89 आरोपियों को जमानत दी थी.
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