Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के बयान पर विवाद थमता नहीं दिख रहा है. अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के विधायक दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने कहा है कि संवैधानिक पोस्ट पर कोई ऐसी ही बयान नहीं दे देता, क्या बोलना है, यह लिखकर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि मामले में मुख्यमंत्री शिंदे राज्यपाल (Maharashtra Governor) से बात करेंगे. विधायक दीपक केसरकर ने कहा, ''राज्यपाल की स्पीच लिखकर दी जाती है. राज्य की सभी प्रकार की जानकारी उन्हें लिखकर ही दी जाती है. हम सचिवालय की बात उनके ध्यान में लाएंगे कि उन्हें लिखकर दी जाने वाली स्क्रिप्ट पर और ध्यान दिया जाए. जो कोई बयान आया है वो किसी ने लिख कर दिया होगा और इसी वजह से राज्यपाल से आग्रह है कि जो विभाग लिखता है, उसे सुधार करना आवश्यक है.''
विधायक दीपक केसरकर ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में जिस तरफ देखो, राज्यपाल के भाषण की चर्चा चल रही है. उन्होंने कहा कि आगे से राज्यपाल की ओर से इस तरह का कोई बयान न आए, इसके लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद दिल्ली में उनसे मुलाकात करेंगे और उन्हें इसकी जानकारी देंगे. विधायक केसरकर ने कहा, ''ये जो कॉन्सटीट्यूशनल पोस्ट होती है, इस पर आसीन लोग ऐसे भाषण नहीं देते हैं, मैंने काम किया है. भाषण को लिखकर दिया जाता है और वही चीज राज्यपाल पढ़ते हैं.'' दीपक केसरकर ने यह भी कहा कि मुंबई को महालक्ष्मी का आशीर्वाद है और सिद्धिविनायक के पास भी लोग आते हैं. पहले गुजरात और महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई थी लेकिन गुजरात अलग हुआ, इसकी वजह से उसे अलग राजधानी की जरूरत पड़ी और मुंबई ही महाराष्ट्र की राजधानी बनी. उन्होंने कहा कि सूबे में अच्छे डॉक्टर और वकील मराठी व्यक्ति ही हैं.
राज्यपाल ने विवादित बयान में क्या कहा और फिर सफाई में क्या बोले?
बता दें कि राज्यपाल कोश्यारी ने एक कार्यक्रम में कहा था कि अगर राज्य से, खासकर मुंबई और ठाणे से गुजरातियों और राजस्थानी लोगों को निकाल दिया जाए तो यहां कोई पैसा नहीं बचेगा. इन लोगों के निकलने पर मुंबई देश की आर्थिक राजधानी नहीं रह जाएगी. विवाद गरमाने पर राज्यपाल ने अपने बयान पर सफाई भी दे दी.
राज्यपाल कोश्यारी ने कहा, ''कल राजस्थानी समाज के कार्यक्रम में मैंने जो बयान दिया था, उसमें मेरा मराठी आदमी को कम करके आंकने का कोई इरादा नहीं था. मैंने केवल गुजराती और राजस्थानी मंडलों द्वारा पेशे में किए गए योगदान पर बात की. मराठी लोगों ने मेहनत कर महाराष्ट्र का निर्माण किया. इसीलिए आज कई मराठी उद्यमी प्रसिद्ध हैं. वे न केवल महाराष्ट्र में, बल्कि भारत में और पूरी दुनिया में मराठी का झंडा बड़े पैमाने पर लगा रहे हैं. इसलिए मराठी लोगों के योगदान को कम करके आंकने का सवाल ही नहीं उठता है.'' राज्यपाल के बयान को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी उन पर हमलावर हैं. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और शिवसेना सांसद संजय राउत समेत कई नेताओं ने राज्पाल कोश्यारी की कड़े शब्दों में निंदा की है.