Maharashtra Political Crisis: एकनाथ शिंदे की बागी विधायकों के साथ हुई बैठक में उठा सवाल- मुंबई सुरक्षित कैसे पहुंचा जाए?
Shiv Sena Meeting: महाराष्ट्र में शिवसेना के दो फाड़ होने के बाद एक गुट गुवाहाटी में बैठा है तो एक गुट मुंबई में राजनीति कर रहा है. एकनाथ शिंदे ग्रुप की आज गुवाहाटी में मीटिंग हुई है.
Eknath Shinde Camp Meeting: महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति गुवाहाटी (Guwahati) से करने वाले शिवसेना (Shiv Sena) नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने आज बागी विधायकों के साथ बैठक की. इस बैठक में एकनाथ शिंदे ने सभी विधायकों (MLA) को आश्वासन दिया है कि उनके परिवारों को केंद्रीय सुरक्षा (Central Security) मुहैया कराई जाएगी. इसके साथ ही ये भी चर्चा हुई कि मुंबई सुरक्षित कैसे पहुंचा जाए जिससे कि अगले दो दिनों में सरकार बनाने का दावा किया जा सके. इसके अलावा बैठक में कानूनी पहलुओं (Legal Aspects) पर भी चर्चा की गई.
इधर उद्धव ठाकरे के गुट से भी कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही जा रही है. आज शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा है कि महाराष्ट्र की जो राजनीतिक परिस्थिति बनी है वो अब राजनीतिक लड़ाई न रहकर कानूनी लड़ाई भी हो गई है. जो विधायक असम में हैं उनके खिलाफ कानूनी लड़ाई की शुरूआत हो चुकी है. इसके लिए 16 विधायकों को नोटिस जारी हो चुका है.
The meeting of Eknath Shinde camp is underway in Guwahati. Eknath Shinde has assured everyone that all MLA's families will be given central security. Discussion held on how to reach Mumbai safely, to stake claim for forming govt in next 2 days and also on legal aspects: Sources
— ANI (@ANI) June 26, 2022
कानूनी लड़ाई के लिए उद्धव सेना ने तैयार किया वकील
उद्धव ठाकरे की तरफ से शिवसेना का केस लड़ने जा रहे वकील देवदत्त कामत ने कानूनी लड़ाई पर बात करते हुए कहा है कि 16 विधायकों के खिलाफ प्रॉसीडिंग्स शुरू हो गई है. मीडिया में चर्चा है कि बागी एकनाथ शिंदे कह रहे हैं कि हमारे पास दो तिहाई बहुमत है तो ऐसे में डिस्क्वालिफिकेशन नहीं लग सकता है, ये एक गलत फैक्ट है. जब तक इन विधायकों का दूसरी पार्टी में मर्जर नहीं हो जाता है तब तक डिस्क्वालिफिकेशन लग सकता है.
दूसरी पार्टी में मर्जर ही बागियों के पास रास्ता
वकील देवदत्त (Devdutt) ने आगे बताया कि अयोग्यता से बचने के लिए बागी विधायकों (Rebel MLA) के साथ दूसरी पार्टी में मर्जर ही एक रास्ता है. ये विधायक अभी अयोग्यता से बच नहीं सकते हैं क्योंकि इन लोगों ने अभी तक किसी पार्टी में मर्ज (Merge) नहीं किया है. जब तक ये विधायक किसी पार्टी में विलय नहीं कर लेते अयोग्यता लागू होती है. तो वहीं उद्धव की सेना ने जो नोटिस (Notice) जारी किया है उस पर कल सुनवाई होनी है. डिप्टी स्पीकर (Deputy Speaker) ने कल उन्हें शाम 5 बजे तक बुलाया है.
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