मुंबई: कोविड से संक्रमित होने वालों में ज्यादातर ऐसे बुजुर्ग हैं जिन्होंने मौका रहते हुए वैक्सीन नहीं लगवाई. जिन बुजुर्गों ने वैक्सीन लगवाई है उनमें से ज्यादातर जल्दी ठीक हो जाते हैं, लेकिन मुंबई में कोरोना से पीड़ित आने वाले बुजुर्ग मरीजों में देखने को मिल रहा है कि बहुत सारे बुजुर्गों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई. अब कोविड पॉजिटिव होने के बाद उनका रिकवरी रेट कम है जबकि जिन लोगों को वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना हुआ वो जल्दी ठीक होकर घर जा रहे हैं.


ऐसा ही अनुभव है मुंबई के ग्लोबल अस्पताल का. इस अस्पताल में लगातार कोविड मरीजों का इलाज हो रहा है. ग्लोबल अस्पताल के डॉ प्रकाश बोराडे का मानना है कि कोरोना की दूसरी लहर में जितने भी सीनियर सिटिजन कोविड मरीज आ रहे हैं उसमें करीब 30 फीसदी ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवायी है. ये आश्चर्य की बात है. सरकार ने सिर्फ बुजुर्गों के लिए वैक्सीनेशन की एक अवधि निर्धारित की थी जिसमें सिर्फ बुजुर्गों को वैक्सीन मुंबई के तमाम वैक्सीनेशन सेंटर पर लगायी जा रही है. उसके बावजूद बहुत सारे बुजुर्गो ने अभी तक वैक्सीन नहीं ली. वो अब कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. शायद उनमें वैक्सीन को लेकर किसी तरह का डर है या फिर उनको जागरूक करने की जरूरत है.


वैक्सीन लगवाने वाले संक्रमित बुजुर्ग जल्दी ठीक हो रहे
ग्लोबल अस्पताल के ऑपरेशन मैनेजर अनूप लॉरेंस के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर में उनके अस्पताल में अभी तक जितने बुजुर्ग कोविड मरीज आए उनमें से ज्यादातर का अभी तक वैक्सीनेशन नहीं हुआ. उनको ठीक होने में समय लग रहा है लेकिन जिन बुजुर्गो ने वैक्सीन लगवायी थी और वो कोविड के चपेट में आ गए वो जल्द ठीक हो गए.


डॉ प्रकाश बोराडे बताते हैं कि इस बार बच्चें और नौजवान भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं जिसकी सबसे बड़ी वजह है लापरवाही. कोरोना की पहली लहर में देखने को मिला था कि लोगों ने अपने बच्चों को घर से निकलने नहीं दिया था और सुरक्षा का ज्यादा खयाल रखा था. लेकिन इस बार नौजवान और घर के अन्य लोग काम करने के लिए घरों से बाहर जा रहे हैं. कोरोना वायरस उनके घरों में बच्चों और अन्य सदस्यों तक पहुंच रहा है. जिसकी वजह से बच्चें और नवजवान भी संक्रमित हो रहे हैं.


लेकिन डॉक्टर बताते हैं कि इसमें घबराने की ज्यादा जरूरत नहीं है. जो बच्चें कोरोना संक्रमित हो रहे हैं वो ठीक भी बहुत जल्दी हो जा रहे हैं. घरवालों को घबराने की जरूरत नहीं है. बस कोविड सुरक्षा के नियमों का पालन करें और परिवार के लोगों को सुरक्षित रखें.


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