ABP C-Voter 2022 Election Survey: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जल्द ही विधानसभा के चुनाव होने हैं, लेकिन चुनावों से पहले यूपी (UP) में व्यापारियों के घर पड़ रहे इनकम टैक्स के छापे से सियासी तूफान खड़ा हो गया है. हाल ही में इत्र व्यापी पीयूष जैन (Piyush Jain) के कानपुर (Kanpur) और कन्नौज के घरों पर मारे गए छापे में सैकड़ों करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए. इस छापे को लेकर समाजवादी पार्टी (SP) और बीजेपी (BJP) के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप भी लगाए. हालांकि चुनाव से ऐन पहले पड़ रहे छापों में कैश की बरामदगी से किसे सियासी फायदा होगा अब ये सवाल भी उठ रहा है.


एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के साथ मिलकर यूपी की जनता की नब्ज़ टटोली है. सर्वे में लोगों से कई सवाल किए गए, जिनमें एक ये भी था कि कैश कांड के खुलासे से किस राजनीतिक पार्टी को सियासी फायदा मिलने वाला है. सर्वे में पूछे गए इस सवाल के जवाब में लोगों ने खुलकर अपनी राय व्यक्त की. 59 फीसदी लोगों ने कहा कि कैश कांड से बीजेपी को सियासी फायदा होगा. वहीं 16 फीसदी लोगों का मत था कि इस प्रकरण से समाजवादी पार्टी को फायदा होगा. दोनों को फायदा नहीं होगा ऐसा 25 फीसदी लोगों ने कहा.


कैश कांड के खुलासे से सियासी फायदा किसे ?
सी वोटर का सर्वे


बीजेपी-59%
एसपी-16%
दोनों को नहीं-25%


केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के तहत काम करने वाली जांच एजेंसी- माल एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (DDGI) ने हाल में कानपुर और कन्नौज में शिखर पान मसाला, एक ट्रांसपोर्टर और अन्य के खिलाफ छापेमारी की थी. मामले में इत्र व्यापारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया और 197 करोड़ रुपये से अधिक नकद धन राशि के अलावा 26 किलोग्राम सोना और भारी मात्रा में चंदन का तेल जब्त किया गया. आयकर विभाग केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के तहत कार्य करता है.


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