Election 2022 Dates Announcement LIVE: उत्तर प्रदेश में 7, मणिपुर में 2, पंजाब-उत्तराखंड और गोवा में 1-1 चरण में होगा मतदान, 10 मार्च को आएंगे नतीजे
Assembly Election 2022 Dates Announcement LIVE: चुनाव आयोग ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें वह उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा.
मणिपुर में 2 चरणों में होगा चुनाव होगा, वहीं उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक चरण में चुनाव होगा.
पहला चरण 10 फरवरी
पहला चरण 14 फरवरी
तीसरा चरण 20 फरवरी
चौथा चरण 23 फरवरी
पांचवा चरण 27 फरवरी
छठा चरण 3 मार्च
सातवां चरण 7 मार्च
चुनाव आयुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7, मणिपुर में 2, पंजाब-उत्तराखंड और गोवा में 1-1 चरण में होगा मतदान, 10 मार्च को आएंगे नतीजे.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 15 जनवरी तक नुक्कड़ सभाओं पर भी रोक रहेगी. घर-घर प्रचार में भी 5 लोग ही शामिल होंगे.
चुनाव आयुक्त ने एलान किया है कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली, रोड शो, पदयात्रा पर रोक लगाई जा रही है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर है. गोवा में 95 फीसदी आबादी को वैक्सीनेशन हो चुका है. उत्तराखंड में 90 फीसदी लोगों को पहली वैक्सीन लग चुकी है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी एजेंसियों को अलर्ट पर किया गया है. सुविधा एप के जरिए हो सकेंगा ऑनलाइन नामांकन. उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन भी कर सकते है.
पोलिंग स्टेशन में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. 80 + पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जाएगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट करेंगे. कुल 18.30 करोड़ मतदाता वोट करेंगे.
गोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि सर्विस मतदाता को मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं.
दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि मतदान केंद्रों की संख्या 2,15,368 है, 2017 के विधानसभा चुनावों से मतदान केंद्रों की संख्या 16% बढ़ाई गई है
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोविड नियमों के साथ चुनाव को हम पूरा कराएंगे. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हर बूथ पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी. चुनावी खर्च सीमा बढ़ाकर 40 लाख की गई है. 900 ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंग.
चुनाव आयुक्त ने कहा कि पार्टियों को अपने होमपेज पर आपराधिक आरोप वाले उम्मीदवारों की जानकारी देनी होगी. हर बूथ पर 1250 मतदाता डाल सकेंगे वोट.
चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने फैसला किया है कि उम्मीदवार चुनाव में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हर विधानसभा में एक पोलिंग बूथ पूरी तरह से महिलाओं द्वार संचालित किया जाएगा. ये महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बेहतर होगा. दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही कोविड संक्रमित व्यक्तियों के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी. वहीं बैटल पेपर के जरिए वोटिंग की व्यवस्था होगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 18.34 करोड़ वोटर इस चुनाव में हिस्सा लेंगे.
चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना की वजह से चुनाव प्रभावित हुए हैं. ऐसे में हमारी ड्यूटी है कि कैसे चुनाव कराए जाएं.
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ विज्ञान भवन पहुंचे.
भारत निर्वाचन आयोग जल्द ही गोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा.
चुनाव के एलान के साथ ही रैलियों और सभाओं के आकार को लेकर कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बड़ी चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर पूरी तरह से रोक लग सकती है. इनकी जगह छोटी-छोटी रैलियां या जनसभाओं को ही इजाजत मिल सकती है.
कोरोनाकाल में चुनाव कराना कितनी बड़ी चुनौती है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कोरोना के ताजा हालात और टीकाकरण की जानकारी ली है. आयोग ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से भी बैठक की तो एम्स के निदेशक से भी चुनाव आयोग ने सलाह ली है.
सूत्रों से पता चला है कि चुनाव आयोग ऐसे चुनाव अधिकारियों को तैनात करेगा जोकि कोविड वैक्सीन की दोनों डोज़ ले चुके हो. सुरक्षाकर्मी भी वही तैनात किए जाएंगे जोकि वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हों. पोलिंग बूथ पर 1500 वोटरों की जगह अब ज्यादा से ज्यादा 1250 वोटरों को ही वोट डालने की अनुमति होगी.
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा दोपहर साढ़े तीन बजे होगी. निर्वाचन आयोग (Election Commission) पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा. वोटिंग शेड्यूल के अलावा, पूरे भारत में कोरोना और ओमिक्रोन मामलों की बढ़ती संख्या के बीच कोविड-19 प्रोटोकॉल की भी घोषणा की जाएगी.
पिछले हफ्ते, पांच राज्यों में मौजूदा कोविड की स्थिति पर चर्चा करने के लिए चुनाव निकाय ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक की थी. इन बैठकों में कोरोना काल में होने वाले इन चुनावों को कैसे सुरक्षित ढंग से संपन्न कराया जा सके इसी को लेकर चर्चा की गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने पूरे देश में टीकाकरण कवरेज की स्थिति पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी. कई राजनीतिक दल पहले ही राजनीतिक रैलियों को रद्द करने की घोषणा कर चुके हैं और कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर डिजिटल अभियानों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
चुनाव कोरोना के लिए सुपर स्प्रेडर न बने इसे ध्यान रखते हुए केन्द्रीय चुनाव आयोग कई कदम उठा सकता है. इन कदमों में बड़ी रैलियों और जनसभाओं पर रोक के साथ ही चुनाव के नतीजों तक क्या क्या सावधानियां बरतनी हैं और नियमों का पालन करना है उनको लेकर दिशा-निर्देश जारी कर सकता है. उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल मई में खत्म होगा, जबकि अन्य चार राज्यों में विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च में विभिन्न तिथियों पर समाप्त हो रहा है.
बैकग्राउंड
Assembly Election 2022 Dates Live: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है. पांच राज्यों में 7 चरण में चुनाव होंगे और 10 मार्च को नतीजे आएंगे. पिछले हफ्ते, पांच राज्यों में मौजूदा कोविड की स्थिति पर चर्चा करने के लिए चुनाव निकाय ने स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक की थी. इन बैठकों में कोरोना काल में होने वाले इन चुनावों को कैसे सुरक्षित ढंग से संपन्न कराया जा सके इसी को लेकर चर्चा की गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने पूरे देश में टीकाकरण कवरेज की स्थिति पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी. कई राजनीतिक दल पहले ही राजनीतिक रैलियों को रद्द करने की घोषणा कर चुके हैं और कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर डिजिटल अभियानों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
कोरोना के बीच हो सकती है सख्ती
चुनाव कोरोना के लिए सुपर स्प्रेडर न बने इसे ध्यान रखते हुए केन्द्रीय चुनाव आयोग कई कदम उठा सकता है. इन कदमों में बड़ी रैलियों और जनसभाओं पर रोक के साथ ही चुनाव के नतीजों तक क्या क्या सावधानियां बरतनी हैं और नियमों का पालन करना है उनको लेकर दिशा-निर्देश जारी कर सकता है. उत्तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल मई में खत्म होगा, जबकि अन्य चार राज्यों में विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च में विभिन्न तिथियों पर समाप्त हो रहा है.
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