Karnataka Election 2023: देश की सियासत के लिए 2023 बेहद अहम है. इस साल देश के कई महत्वपूर्ण राज्यों में चुनाव होने हैं, जो 2024 में होने वाला आम चुनावों की दशा-दिशा तय करेंगे. ऐसे में बीजेपी ने चुनावी राज्यों में अपने सेनापतियों को तैनात करना शुरू कर दिया. इसी क्रम में बीजेपी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर बड़ा दांव खेलते हुए उनको कर्नाटक चुनावों का प्रभारी नियुक्त किया.
बीजेपी आलाकमान ने इसके साथ ही अपने तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष के.अन्नामलाई को राज्य में चुनाव सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी है. बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा की गई इन दोनों नियुक्तियों के संबंध में नियुक्ति पत्र जारी किए.
कब होगा कर्नाटक विधानसभा चुनाव?
कर्नाटक विधानसभा का चुनाव इसी साल होना है. चुनाव होने में अब लगभग तीन महीने का ही समय बचा है. ऐसे में बीजेपी ने राज्य में फिर से कमल खिलाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बीजेपी पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के साथ-साथ सोशल इंजीनियरिंग के जरिए चुनाव में उतरने की रणनीति पर काम कर रही है.
राज्य की सत्ता में फिर से वापसी के लिए बनाए गए मेगा प्लान के तहत बीजेपी राज्य के लिंगायत मतदाताओं के साथ-साथ वोक्कालिगा मतदाताओं को भी साधने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही चुनावी जीत-हार में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले दलित और आदिवासी मतदाताओं को भी लुभाने के पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं.
कर्नाटक में कांग्रेस ने शुरू की प्रजा ध्वनि यात्रा
एक तरफ जहां बीजेपी ने अपनी रणनीति के तहत अपने सिपहसलारों की तैनाती शुरू कर दी है, उसी समय कांग्रेस ने भी अपने पासे फेंकने शुरू कर दिए हैं. इसी क्रम में कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को पार्टी की प्रजा ध्वनि यात्रा शुरू की. दोनों नेता अलग-अलग बसों पर सवार होकर इस यात्रा पर निकल गए.
मतदाताओं को लुभाने के लिए दोनों नेताओं ने यात्रा की शुरुआत ना केवल पूजा-अर्चना के साथ की, बल्कि दरगाह और अनुभव मंतपा में भी प्रार्थना की. अनुभव मंतपा लिंगायत समुदाय का एक महत्वपूर्ण तीर्थ है.