नई दिल्ली: राज्यसभा की 18 सीटों के लिए अब 19 जून को मतदान और मतगणना होगा. राज्यसभा की 55 सीटें अप्रैल महीने तक खाली हो रही थी और उसी को ध्यान में रखते हुए फरवरी महीने में चुनाव आयोग ने चुनावों की तारीखों का ऐलान किया था. पहले यह चुनाव 26 मार्च को होना था लेकिन लॉकडाउन के चलते चुनाव आयोग ने चुनावों के तारीख को टाल दिया था.


19 जून को इन सीटों पर होगा मतदान


राज्यसभा की जिन 18 सीटों के लिए 19 जून को मतदान होगा. उनमें आंध्र की 4 सीट, गुजरात की 4 सीट, झारखंड की 2 सीट, मध्य प्रदेश की 3 सीट, मणिपुर की 1 सीट, मेघालय की 1 सीट और राजस्थान की 3 सीट शामिल हैं.


55 सीटों पर होने थे चुनाव लेकिन 37 सीटों पर निर्विरोध चुने गए सदस्य


फरवरी महीने में चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 55 सीटों के लिए अधिसूचना जारी की थी लेकिन इन 55 सीटों में से 10 राज्यों की 37 राज्यसभा सीटों पर सदस्य निर्विरोध चुन लिए गए हैं. लिहाजा 26 मार्च को 7 राज्यों की 18 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव होना था. इन चुनावों को लॉकडाउन के चलते टाल दिया गया था.


अप्रैल महीने में जो राज्यसभा की सीटें खाली होने वाली थीं उनमें सबसे ज्यादा सीटें महाराष्ट्र से थीं और उसके बाद तमिलनाडु, बंगाल और बिहार का नंबर था. हालांकि अब इनमें से 10 राज्यों की 37 सीटों पर चुनाव की जरूरत ही नहीं रही क्योंकि जो उम्मीदवार सामने आए थे वह निर्विरोध चुन लिए गए थे.


17 राज्यों की 55 सीटों पर आएंगे सदस्य

राज्यसभा की जो 55 सीटें अप्रैल महीने में खाली हुई हैं उनमें 7 सीटें महाराष्ट्र से थीं तो 6 सीटें तमिलनाडु की थी. वही बंगाल और बिहार से भी 5-5 राज्यसभा उम्मीदवारों का कार्यकाल खत्म हुआ. ओडिशा, आंध्र और गुजरात से 4-4 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो चुका है तो आसाम, मध्य प्रदेश और राजस्थान की 3-3 सीटों पर चुनाव होना था. इसके साथ ही तेलंगाना, छत्तीसगढ़, हरियाणा और झारखंड से भी 2-2 राज्यसभा सीटें खाली हुई हैं. इनके अलावा इन चुनावों के ज़रिए मेघालय, मणिपुर और हिमाचल से 1-1 राज्यसभा सीट भरी जानी थी.


ये हैं वो नाम जिनका 6 साल का राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल महिने में पूरा हुआ है


अप्रैल महीने तक जिन राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हुआ था उनमें कुछ प्रमुख नाम थे हुसैन दलवाई, रामदास अठावले, त्रिची शिवा, ऋतब्रत बनर्जी, केशव राव , कहकशा परवीन, आर के सिन्हा, रामनाथ ठाकुर, हरिबंश नारायण सिंह, सीपी ठाकुर, मोतीलाल वोरा, मधुसूदन मिस्त्री, कुमारी सैलजा, विप्लव ठाकुर, दिग्विजय सिंह, सत्यनारायण जटिया, और विजय गोयल समेत अन्य नाम शामिल हैं.