नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले चुनाव आयोग ने मंत्री मोहन यादव के चुनाव प्रचार करने पर एक दिन की पाबंदी लगा दी है. आदेश के मुताबिक, यादव रविवार को एक दिन के लिए प्रचार नहीं कर सकेंगे. उन्होंने पिछले दिनों विवादित बयान दिया था. मोहन यादव ने कहा था कि हम BJP के लोग हैं बुरा करने वालों को जमीन में दफना देंगे.


चुनाव आयोग ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री ऊषा ठाकुर को नोटिस जारी किया है और 48 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कहा है. उन्होंने 20 अक्टूबर को इंदौर में कहा था कि देश में सभी बच्चों को समान शिक्षा दी जानी चाहिए. धर्म आधारित शिक्षा कट्टरता बरपाती और विद्वेष का भाव फैलाती है. सारा कट्टरवाद और सारे आतंकवादी मदरसों में पले-बढ़े हैं.


इससे पहले चुनाव आयोग ने उप चुनाव के लिए प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन को लेकर कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का ‘स्टार प्रचारक’ का दर्जा रद्द कर दिया.


आयोग ने कहा, ‘‘अब से यदि कमलनाथ द्वारा कोई चुनाव प्रचार किया जाता है तो यात्रा, ठहरने और दौरे से संबंधित पूरा खर्च उस उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा जिसके निर्वाचन क्षेत्र में वह चुनाव प्रचार करेंगे.’’


आयोग ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ उनकी टिप्पणी का उल्लेख किया. उन्होंने एक हालिया चुनावी कार्यक्रम में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ "माफिया और मिलावट खोर’ शब्दों का इस्तेमाल किया था. आयोग ने पिछले हफ्ते कमलनाथ को चुनाव प्रचार में "आइटम" जैसे शब्दों का उपयोग नहीं करने को कहा था.