Mehbooba Mufti: चुनाव से पहले अब राज्यों में विपक्ष का चुनाव आयोग पर सवाल उठाना आम बात हो गई है. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने में देरी और चुनाव प्रचार में सांप्रदायिकता के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया है. इससे पहले गुजरात और हिमाचल में जारी विधानसभा चुनावों को लेकर भी चुनाव आयोग पर विपक्ष ने तमाम सवाल उठाए थे. 


महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भारत का चुनाव आयोग अब बीजेपी की एक शाखा बन गया है. यह चुप रहता है, जैसे कि जब बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में धार्मिक प्रचार के आधार पर प्रचार किया था. ईसीआई अब पहले की तरह स्वतंत्र नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारों पर चुनाव कराने वाली कठपुतली बन गया है.


'यहां सब कुछ बाधित कर रही है मौजूदा सरकार'


जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति और कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित क्षेत्रों में तबादलों की मांग पर महबूबा ने बीजेपी पर वोट हासिल करने के लिए उनके संघर्ष का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि "मौजूदा सरकार यहां सब कुछ बाधित करने के लिए है. कश्मीरी पंडित लंबे समय से जम्मू में स्थानांतरित होने की मांग कर रहे हैं, जब तक कि कश्मीर में चीजें बेहतर नहीं हो जातीं, लेकिन सरकार उनका आय और राशन बंद कर देते हैं. 


इससे पहले उठाया था अनुच्छेद 370 का मुद्दा


महबूबा मुफ्ती कभी बीजेपी पर निशाना साधने से नहीं चूकती हैं. इससे पहले उन्होंने लेह में जारी विरोध की वीडियो शेयर की थी. उन्होंने ट्विट कर कहा था कि लेह में विरोध इस बात की पुष्टि करता है कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना जम्मू-कश्मीर के लोगों के खिलाफ था. सौभाग्य से लद्दाख के लिए उन्हें अभी भी कश्मीर के विपरीत शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार प्राप्त है, जहां लोग खुलकर सांस भी नहीं ले सकते. 


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