कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चोट लगने के मामले में चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लिया है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने सेक्रेटरी की रिपोर्ट आने के बाद आईपीएस विवेक सहाय डायरेक्टर सिक्योरिटी को उनके पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य के चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी के साथ बातचीत करें और जल्द से जल्द एक नए डायरेक्टर सिक्योरिटी की नियुक्ति करें.


केंद्रीय चुनाव आयोग ने कहा कि उनके ऊपर जिम्मेदारी थी कि वह जेड प्लस प्लस (Z+) प्रोटेक्टि की सुरक्षा का ध्यान दें, लेकिन उसमें चूक हुई है, लिहाजा उनके खिलाफ जांच की जाएगी. पूर्व मेदिनीपुर के जिलाधिकारी की ज़िम्मेदारी आईएएस स्मिता पांडेय को दी गई है. इससे पहले विभु गोएल के पास ये ज़िम्मेदारी थी.


डायरेक्टर सिक्योरिटी के अलावा आयोग ने पूर्व मेदिनीपुर के एसपी प्रवीण प्रकाश का भी तबादला कर दिया है. उनकी जगह अब सुनील कुमार लेंगे. प्रवीण के खिलाफ भी सुरक्षा में चूक के आरोप तय होंगे. केंद्रीय चुनाव आयोग ने चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिया कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी के साथ घटी घटना मामले पर जो एफआईआर दर्ज हुई है, उसकी जांच अगले 15 दिन में पूरी कर केंद्रीय चुनाव आयोग को जानकारी दें.


केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसके साथ ही स्टार कैंपेनर की सुरक्षा को लेकर भी निर्देश जारी करते हुए कहा है कि इस संवेदनशील माहौल में उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी है कि चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पूरी तरह से पालन किया जाए. इसके अलावा अगर उनको चुनावी सभा या रैली करने की अनुमति दी जा रही है, तो उस दौरान भी उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए. जरूरत पड़ने पर उनको बुलेटप्रूफ गाड़ियां भी दी जाए.


इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने इसके साथ ही पंजाब के पूर्व डीजीपी इंटेलिजेंस अनिल कुमार शर्मा को स्पेशल पुलिस ऑब्ज़र्वर नियुक्त किया. जो पहले से ही नियुक्त स्पेशल पुलिस ऑब्ज़र्वर विवेक दुबे के साथ मिलकर काम करेंगे.


सबके बीच केंद्रीय चुनाव आयोग ने उन सभी राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी को निर्देश दिया है, जहां पर आगे कुछ महीनों में चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा कि स्टार कैंपेनर और जेड प्लस सुरक्षा पाए नेताओं की सुरक्षा में कहीं कोई चूक नहीं होनी चाहिए. उनके लिए वह सभी प्रोटोकॉल फॉलो करने चाहिए, जो उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जारी किए गए हैं.


केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसके साथ ही स्टार कैंपेनर को भी सलाह दी है कि वह अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा को लेकर जो दिशानिर्देश जारी हुए हैं, उनका पालन करें.