चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में आगामी चुनावों को देखते हुए हिंसा मुक्त और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए केन्द्रीय बलों की रिकॉर्ड एक हजार कंपनियों को तैनात करने पर विचार कर रहा है. अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई के बताया कि 2019 के लोकसभा चुनावों में मतदान केन्द्र 78,903 बनाए गए थे जिन्हें इसी चलते अब बढ़ाकर 1,01,790 किया जाने पर विचार किया गया. उन्होंने कहा कि इस बार हम केन्द्रीय बलों की एक हजार या उनसे भी ज्यादा कंपनियों को तैनात करने पर विचार कर रहे हैं. अगर हम इतनी बड़ी तादाद में बलों की तैनाती करते हैं तो यह एक रिकॉर्ड होगा.


उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग नए मैकेनिज्म का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है. इसमें केन्द्रीय बल काफी करीबी तालमेल के साथ आगामी चुनाव में राज्य बलों के साथ मिलकर काम करेगी. गौरतलब है कि चुनाव तैयारियों का जायजा लेने के लिए पिछले हफ्ते चुनाव आयोग की तरफ से पश्चिम बंगाल का दौरा किया गया था. चुनाव आयोग ने कहा था कि वह राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेंगे. चुनाव अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण बड़ी संख्या में लोगों के पश्चिम बंगाल लौटने के बाद मतदान केंद्रों की संख्या में बढोतरी होने जा रही है.


गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले ही लगातार हिंसा की खबरें आ रही हैं. ऐसे कई मौके आए हैं जब बीजेपी और राज्य की सत्ताधारी टीएमसी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. कानून व्यवस्था के हालात को लेकर राज्यपाल के साथ ही बीजेपी भी ममता सरकार को घेरते आई है.


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