भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा उप चुनाव के लिए जारी कैंपेन के बीच कांग्रेस को चुनाव आयोग से झटका लगा है. आयोग ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया है.
आदर्श आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने के कारण चुनाव आयोग ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा हटाया है.
चुनाव आयोग ने कहा कि यदि कमलनाथ द्वारा अब से कोई भी कैंपेन किया जाता है, तो पूरा खर्च उस उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा जिसके निर्वाचन क्षेत्र में अभियान चलाया जा रहा है.
कांग्रेस जाएगी कोर्ट
कांग्रेस ने कहा है कि चुनाव आयोग के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा, "चुनाव आयोग द्वारा कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द किए जाने के खिलाफ जल्द से जल्द SC का दरवाजा खटखटाया जाएगा."
बता दें कि पिछले दिनों मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने इमरती देवी के खिलाफ ‘आइटम’ का शब्द प्रयोग किया था. इस मामले में चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए कहा था कि इस तरह के शब्दों के इस्तेमाल से बचें.
मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को उप चुनाव होना है.
कैलाश विजयवर्गीय को चेतावनी
चुनाव आयोग ने आज कहा कि कांग्रेस नेताओं दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के खिलाफ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय द्वारा की गई ‘‘चुन्नू-मुन्नू’’ टिप्पणी, चुनाव संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन है.
साथ ही, आयोग ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता को आचार संहिता की अवधि के दौरान सार्वजनिक तौर पर ‘‘इस तरह के शब्दों’’ का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी.
आयोग ने 26 अक्टूबर को बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय को एक नोटिस जारी किया था और जवाब देने को कहा था. नोटिस के अनुसार, इंदौर के सांवेर में 14 अक्टूबर को एक चुनावी रैली में दोनों कांग्रेस नेताओं के खिलाफ दिए गए बयान को आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाला पाया गया है.