Tripura Congress Leader Ajoy Kumar Attacked Case: त्रिपुरा के कांग्रेस प्रभारी अजॉय कुमार पर बुधवार (18 जनवरी) को हुए कथित हमले के मामले में भारत निर्वाचन आयोग ने कार्रवाई की है. पश्चिम त्रिपुरा के जिरानिया में एक बाइक रैली के दौरान अजॉय कुमार पर कथित हमला हुआ था. आरोप बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शुक्रवार (20 जनवरी) को निर्वाचन आयोग ने कहा, ''संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. जिरानिया सब-डिवीजन के एसडीपीओ का निलंबन हुआ है और उन्हें तत्काल हटाया गया है, रानीबाजार थाने के प्रभारी अधिकारी को तत्काल हटाया गया है और जिरानिया पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी को तत्काल हटाया गया है.''
चुनाव आयोग ने उठाए ये कदम
एएनआई के मुताबिक, ECI ने बताया, ''चुनाव आयोग की ओर से 3 विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. उन्हें स्थिति का जायजा लेने, सीएपीएफ की उचित तैनाती सुनिश्चित करने, प्रवर्तन उपायों को तेज करने और आयोग को वापस रिपोर्ट करने के लिए तुरंत त्रिपुरा जाने के लिए कहा गया है.''
चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्य सरकार की रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि अजॉय कुमार को 'गैरकानूनी रैली' में मामूली चोटें आईं हैं. आयोग ने बताया कि घटना उस इलाके में हुई जहां जिला अधिकारियों ने रैली की अनुमति नहीं दी थी. आयोग ने यह भी कहा है कि अजॉय कुमार को गंभीर आने वाली बात सच नहीं है.
कांग्रेस का आरोप
बता दें कि बुधवार (18 जनवरी) को चुनाव आयोग ने तीन पूर्वोत्तर राज्यों- त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय के लिए विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा की थी. 16 फरवरी को त्रिपुरा में वोट डाले जाएंगे और 2 मार्च को नतीजे आएंगे. चुनाव तारीख की घोषणा के कुछ देर बाद ही राज्य में कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच बवाल होने की खबर आई थी. बताया गया था कि कांग्रेस के राज्य प्रभारी अजॉय कुमार एक बाइक रैली निकाल रहे थे. मजलिसपुर विधानसभा क्षेत्र में उन पर कथित हमला हुआ. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से मामले को लेकर ट्वीट करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया था.
कांग्रेस ने ट्वीट किया था, ''त्रिपुरा में बाइक रैली के दौरान प्रदेश प्रभारी अजॉय कुमार जी पर भाजपाई गुंडों ने जानलेवा हमला किया. यह हमला त्रिपुरा सरकार में मंत्री सुशांत चौधरी की मौजूदगी में हुआ है. हमले में अजॉय कुमार जी गंभीर रूप से घायल हैं, उनका इलाज चल रहा है. हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं.'' वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी घटना की निंदा की थी. उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था के चरमराने का आरोप लगाया था.
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