चुनाव आयोग ने भिंड में बीजेपी की पर्ची देने वाली वीवीपीएटी पर मांगी रिपोर्ट
एजेंसी
Updated at:
01 Apr 2017 02:00 PM (IST)
प्रतीकात्मक तस्वीर
NEXT
PREV
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के भिंड में जिला निर्वाचन अधिकारियों से मीडिया में आ रहीं उन रिपोर्टों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है जिनमें कहा जा रहा है कि एक अभ्यास कार्यक्रम के दौरान वीवीपीएटी से केवल बीजेपी के निशान वाली पर्चियां ही निकल रही थीं.
भिंड में अगले हफ्ते उपचुनाव होना है और यह अभ्यास के लिए किया जा रहा था.
आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा,‘‘ हमने जिला निर्वाचन अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और शाम तक हम इस संबंध में कोई जवाब देंगे.’’ वीवीपीएटी एक ऐसी मशीन होती है जिससे निकली पर्ची यह दिखाती है कि मतदाता ने किस पार्टी को वोट दिया है.
मतदाता केवल सात सेकेंड तक इस पर्ची को देख सकता है इसके बाद यह एक डिब्बे में गिर जाती है और मतदाता इसे अपने साथ नहीं ले जा सकता.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अभ्यास के दौरान चाहे जो भी बटन दबाया गया उससे निकली सारी पर्चियां यह दिखा रही थीं कि वोट बीजेपी को गया है.
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि मध्यप्रदेश की मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह ने पत्रकारों को समाचार पत्रों में यह न्यूज नहीं देने की सलाह दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर पत्रकार खबर चलाएंगे तो उन्हें पुलिस थाने में हिरासत में रखा जाएगा यह कहते देखा गया था.
पढ़ें आज की ताज़ा खबरें (Hindi News) देश के
सबसे विश्वसनीय न्यूज़ चैनल ABP न्यूज़ पर - जो देश को रखे आगे.
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश के भिंड में जिला निर्वाचन अधिकारियों से मीडिया में आ रहीं उन रिपोर्टों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है जिनमें कहा जा रहा है कि एक अभ्यास कार्यक्रम के दौरान वीवीपीएटी से केवल बीजेपी के निशान वाली पर्चियां ही निकल रही थीं.
भिंड में अगले हफ्ते उपचुनाव होना है और यह अभ्यास के लिए किया जा रहा था.
आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा,‘‘ हमने जिला निर्वाचन अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और शाम तक हम इस संबंध में कोई जवाब देंगे.’’ वीवीपीएटी एक ऐसी मशीन होती है जिससे निकली पर्ची यह दिखाती है कि मतदाता ने किस पार्टी को वोट दिया है.
मतदाता केवल सात सेकेंड तक इस पर्ची को देख सकता है इसके बाद यह एक डिब्बे में गिर जाती है और मतदाता इसे अपने साथ नहीं ले जा सकता.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अभ्यास के दौरान चाहे जो भी बटन दबाया गया उससे निकली सारी पर्चियां यह दिखा रही थीं कि वोट बीजेपी को गया है.
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि मध्यप्रदेश की मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह ने पत्रकारों को समाचार पत्रों में यह न्यूज नहीं देने की सलाह दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर पत्रकार खबर चलाएंगे तो उन्हें पुलिस थाने में हिरासत में रखा जाएगा यह कहते देखा गया था.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -