Delhi Election: चुनाव आयोग ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. दिल्ली में 8 फरवरी 2020 को वोटिंग होगी. 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एलान किया कि दिल्ली में 1 करोड़ 46 लाख 92 हजार 136 लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
13750 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. 2689 जगहों पर वोटिंग होगी. 90 हजार कर्मचारी चुनाव में तैनात किए जाएंगे. बुजुर्ग भी पोस्टल बैलेट से वोट दे पाएंगे. उन्हें पांच दिन पहले ही पर्चा भरना पड़ेगा. चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो गई है. अब सरकार किसी भी योजना का एलान नहीं कर पाएगी.
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 फरवरी को खत्म हो रहा है. 14 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. 21 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख होगी. नामांकन की स्क्रूटनी की आखिरी तारीख 22 जनवरी होगी. नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 24 जनवरी है.
LIVE Updates:
4:22 PM- दिल्ली भाजपा विधानसभा चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली चुनाव कामकाज के आधार पर लड़ा जाएगा, झूठ के आधार पर नहीं.
4:20 PM-दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चुनावी तारीखों के एलान के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बार का चुनाव काम पर होगा.
4:19 PM- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने चुनावी तारीखों के एलान के बाद ट्वीट किया है.
4:10 PM- कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली की सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए. दिल्ली की जनता इसका जवाब देगी और यहां AAP का वक्त खत्म हो गया है.
4:00 PM- दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 1,46,92,136 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे
2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे
साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर चुनाव जीत दर्ज की थी. तीन सीटें बीजेपी के खाते में गई थी. कांग्रेस के हाथ खाली रहे थे. दिल्ली में विधआसभा की कुल 70 सीटें हैं.
2015 में किसको कितने वोट शेयर
साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 की 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. आप को कुल 54.34 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी ने 69 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसे चुनाव में 32.19 फीसदी वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस ने भी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. कांग्रेस को 2015 के विधानसभा चुनाव में महज 9.65 फीसदी वोट मिले थे. 70 विधानसभा सीटों में से 58 सीटें सामान्य केटेगरी की हैं. जबकि 12 सीटें आरक्षित हैं.