Election commission publishes Electoral bonds details: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर एसबीआई से मिली जानकारी को सार्वजनिक कर दिया है. आयोग ने अपनी वेबसाइट पर एसबीआई से मिले चुनावी चंदे के डेटा को गुरुवार को अपलोड कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने 15 मार्च तक चुनाव आयोग से ये जानकारी सार्वजनिक करने के लिए कहा था. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया था.
चुनाव आयोग ने एसबीआई द्वारा जारी किए आंकड़ों को दो भागों में अपलोड किया है. आयोग ने आंकड़ों के मुताबिक, इलेक्टोरल बॉन्ड के खरीदारों में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, और सन फार्मा शामिल हैं.
किन पार्टियों ने कैश कराए चुनावी बॉन्ड
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, चुनावी बॉन्ड भुनाने वाली पार्टियों में बीजेपी, कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीआरएस, शिवसेना, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस, डीएमके, जेडीएस, राकांपा, टीएमसी, जदयू, राजद, आप और सपा शामिल हैं.
राजनीतिक पार्टियों के टॉप 20 डोनर
चुनाव आयोग के अनुसार, फ्यूचर गेमिंग, मेघा इंजीनियरिंग और क्विक्सप्लाईचैन प्राइवेट लिमिटेड समेत टॉप 20 डोनर ने अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 के बीच कुल चुनावी बॉन्ड के 44.59% यानी 5,420.30 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे.
कंपनी | चुनावी बॉन्ड (रुपये में) |
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड | 1,368 करोड़ |
मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड | 966 करोड़ |
क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड | 410 करोड़ |
वेदांता लिमिटेड | 400 करोड़ |
हलदिया एनर्जी लिमिटेड | 377 करोड़ |
भारती ग्रुप | 247 करोड़ |
एसेल माइनिंग एंड इडस्ट्री लिमिटेड | 224 करोड़ |
वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड | 220 करोड़ |
केवेंटर फूड पार्क इंफ्रा लिमिटेड | 195 करोड़ |
मेदनलाल लिमिटेड | 185 करोड़ |
भारतीय एयरटेल लिमिटेड | 183 करोड़ |
यशोदा सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल | 162 करोड़ |
उत्कल एल्युमिना इंटरनेशनल लिमिटेड | 135.3 करोड़ |
डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर लिमिटेड | 130 करोड़ |
एमकेजे इंटरप्राइसेस लिमिटेड | 128.35 करोड़ |
जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड | 123 करोड़ |
बीजी शिरके कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड | 117 करोड़ |
धारीवाल इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड | 115 करोड़ |
चेन्नई ग्रीन वुड्स प्राइवेट लिमिटेड | 105 करोड़ |
बिरलाकार्बन | 105 करोड़ |
रुंगटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड | 100 करोड़ |